लोकेशन उन्हेल जिला उज्जैन मध्य प्रदेश,
सवाददाता। इसरार कुरैशी,
संलग्न
जर्जर भवन के कारण विद्यालय लग रहा है डेढ़ कमरे में
एंकर,
उज्जैन जिले के उन्हेल के निकट शासकीय प्राथमिक विद्यालय नवादा के भवन की जर्जर स्थिति के कारण विद्यालय गत वर्ष से माध्यमिक विद्यालय के डेड कमरों में लगाया जा रहा है। नाम मात्र के स्थान में विद्यालय लगने से विद्यालय में बच्चों के प्रवेश पर भी असर पड़ रहा है
शासकीय प्राथमिक विद्यालय का भवन स्टेशन रोड पर एक नाले के करीब बना हुआ होने से गत वर्ष वर्षा काल में पहली बारिश में ही विद्यालय जाने के कच्ची पुलिया पानी में बह गई जिसके कारण रास्ता तो बंद हुआ ही लेकिन विद्यालय की स्थिति भी खतरनाक होने से आए दिन छत का प्लास्टर टपकता रहता है जिसकी वजह से कमरों में कक्षा लगाने से शिक्षक व बच्चे दुर्घटना के अंदेशे से भयभीत थे । प्रभारी प्रधानाध्यापक मुकेश पालीवाल ने विद्यालय की समस्या से उच्च अधिकारियों को पत्र द्वारा अवगत कराया। इसके बाद अधिकारियों के निर्देश पर प्राथमिक शाला की कक्षाएं माध्यमिक विद्यालय के डेड कमरे में गत वर्ष से लगाई जा रही हैं। जिम्मेदार लोग गत दो तीन वर्षों से इस स्थिति से वाकिफ हैं लेकिन इस ओर किसी ने भी ध्यान नहीं दिया है ।
प्रा. विद्यालय के भवन की स्थिति,
शासकीय प्राथमिक विद्यालय में छात्र-छात्राओं एवं अध्यापक गण को जाने का रास्ता भी खतरनाक स्थिति में है पिछले वर्षों में हुई बारिश से नाले में आए पानी से रास्ते की मिट्टी बह गई जिससे रास्ता इतना खतरनाक है कि बारिश में किसी बच्चे का पैर फिसलने पर वह सीधा नाले में ही जाकर गिरेगा।
विद्यालय में कक्षा 1 से 5 तक 60 बच्चे अध्ययनरत हैं इनके अध्यापन कार्य एवं प्रशासनिक कार्य के लिए मात्र एक ही शिक्षक यहां पर पदस्थ हैं। विद्यालय भवन में 4 कमरे है लेकिन चारों में बारिश का पानी टपकता है
साथ ही प्लास्टर के टुकड़े भी छत से गिरते रहते हैं, छत में लगा सरिया कई जगह दिखाई दे रहा है। किसी दिन यह प्लास्टर का टुकड़ा किसी बच्चे के सर पर गिर गया तो क्या स्थिति बनेगी इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। जिसके कारण मावि के भवन में विद्यालय लग रहा है। शासकीय प्राथमिक विद्यालय के भवन को बने भी कोई अधिक समय नहीं हुआ है लेकिन उसकी दुर्दशा इसके निर्माण में हुए भ्रष्टाचार की कहानी बयां कर रही है।
नवादा मे राजनीतिक दलों के कई प्रभावशाली नेता लेकिन विद्यालय का कोई ध्यान नहीं गया है।
विद्यालय के प्रभारी मुकेश पालीवाल ने बताया विद्यालय भवन एवं क्षतिग्रस्त पुलिया की स्थिति
सभी अधिकारियों जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया जाता रहा है।
फोटो शासकीय प्राथमिक विद्यालय के भवन के चित्र