स्कूली छात्राओं के बीच पहुंची थाना प्रभारी पूनम सविता बोलीं ,डरने से नहीं पढ़ने से मिलती है मंजिल : NN81

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स्कूली छात्राओं के बीच पहुंची थाना प्रभारी पूनम सविता बोलीं ,डरने से नहीं पढ़ने से मिलती है मंजिल : NN81

22/06/2024 | June 22, 2024 Last Updated 2024-06-21T19:13:39Z
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 स्कूली छात्राओं के बीच पहुंची थाना प्रभारी पूनम सविता बोलीं ,डरने से नहीं पढ़ने से मिलती है मंजिल।



जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट 




स्कूली छात्राओं के सवालों के दिये जबाब ।


स्कूल चले हम अभियान के चलते दौराना के माध्यमिक स्कूल में छात्राओं को पढ़ाया, और बताया साहसी बनने का हुनर।



गुना में स्कूल चले हम अभियान की शुरुआत हो गई है ।इसी क्रम में एसपी संजीव कुमार सिन्हा के निर्देश पर पुलिस महकमें के अधिकारियों ने भी स्कूलों में पहुंचकर स्कूली बच्चों को पढ़ाया है। इसके साथ ही उन्होंने स्कूली बच्चों की तमाम जिज्ञासाओं को भी दूर करते हुए उनके सवालों के जवाब दिए हैं। इसी क्रम में राघोगढ़ विकासखंड के दौराना  के माध्यमिक विद्यालय में स्कूली छात्राओं के बीच विजयपुर थाना प्रभारी पूनम सविता ने स्कूल पहुंचकर स्कूली छात्राओं को साहस का पाठ पढ़ाये जाने के साथ ही उनके पूछे गए सवालों के जवाब दिए हैं। यही नहीं उन्होंने छात्राओं के पुलिस को लेकर पूछे गए सवाल पर कहा कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए है।इसलिए कभी भी पुलिस को लेकर मन में किसी तरह का डर नहीं रखना चाहिए,बल्कि यदि कोई परेशान करता है या हरकत करता है तो बिना किसी डर के आपके पास मौजूद पुलिस को बताएं।वहीं यदि कोई डर है तो इसकी जानकारी अपने बड़ों को देना चाहिए ।

उन्होंने स्कूली छात्राओं से कहा कि हमारी पढ़ाई ही हमारी तरक्की और बेहतर जीवन का रास्ता तय करती है।इसलिए जीवन मे पढा लिखा होना बहुत जरूरी है। यह तभी संभव होगा जब हम स्कूल पहुंच कर पढ़ाई करें ,क्योंकि पढ़ाई हमें मंजिल तक पहुंचाती है ।

एक स्कूली छात्रा ने जब टीआई पूनम सविता से पूछा कि आप पुलिस अधिकारी कैसे बनीं तो इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वह एक साधारण से परिवार से आती हैं,लेकिन जब वह महिलाओं ,लड़कियों के साथ हो रहे अन्याय के बारे में सुनती तो एक ही बात सामने आती कि उनमें जागरूकता के अभाव के चलते इस तरह की घटना हो रहीं हैं।यह जागरूकता और अपने अधिकारों की रक्षा करने की चाबी हमें शिक्षा से ही मिलती है।

इसके बाद उन्होंने सोच लिया कि कुछ बड़ा करना है।इसके लिये उन्होंने पढ़ाई पर फ़ोकस किया और इसी पढ़ाई ने उन्हें पुलिस अधिकारी बना दिया।