पराग अग्रवाल इंदौर मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश देश बना पहला राज्य जहां सभी प्रॉपर्टी जिओ टेगिंग करके आधार कार्ड की तरह एक नंबर दिया जाएगा । जहां सभी प्रॉपर्टी जिओ टेगिंग करके आधार कार्ड की तरह एक सभी के यूनिक आईडेंटिफिकेशन नंबर दिए जाएंगे और जमीन के नामांतरण को भी उससे जोड़ा जाएगा ।सारी डिटेल ऑनलाइन उपलब्ध होगी जिसे सभी के लिए ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी एक जिओ टेगिंग से रजिस्ट्री में आसानी हो जाएगी और फर्जीवाड़ा को रोकने में भी मदद मिलेगी । इसमें गाइडलाइन की जानकारी भी मिल सकेगी प्रॉपर्टी की लोकेशन पर पहुंचते ही ऐप के माध्यम से गाइडलाइन का पता चल जाएगा एप से ही संपत्ति का फोटो ले सकेंगे और सर्च रिपोर्ट रजिस्ट्री का स्टेटस आदि मैं भी सर्विस प्रोवाइडर की मदद नहीं लेना होगी प्रॉपर्टी का फोटो भी ऐप से लेना होगा। यही रजिस्ट्री में मान्य होगा ई रजिस्ट्री के माध्यम से खुद स्टैंप ड्यूटी और प्रॉपर्टी की डिड जनरेट कर सकेंगे की स्टांप भी खुद जनरेट कर सकेंगे ऑनलाइन दस्तावेज अपडेट कर प्रॉपर्टी रजिस्टर्ड हो जाएगी। गवाहो की जरूरत नहीं पड़ेगी ।रजिस्ट्री के समय भी गवाहो की जरूरत नहीं पड़ेगी
।इसे दोबारा फर्जी रजिस्ट्री और बैंकिंग फ्रॉड भी रोकने में बहुत मदद मिलेगी ।हर प्रॉपर्टी को 14 अंक का यूनिक लैंड आईडेंटिफिकेशन नंबर दिया जाएगा। यह रजिस्ट्री की कॉपी पर होगा नंबर डालने पर प्रॉपर्टी बेचने वाले व्यक्ति की पूरी डिटेल और फोटो मैच हो जाएंगे बिना खरीद के प्रक्रिया नहीं बढ़ेगी सभी विभागों को संपदा दो के सॉफ्टवेयर से लिंक कर दिया गया है रजिस्ट्री होने के बाद नामांतरण की प्रक्रिया का आवेदन नगरीय निकाय में ऑनलाइन हीं पहुंच जाएगा संबंधित व्यक्ति को फोन पर ही पता चल जाएगा कि कितना टैक्स जमा करना है । खरीदी बिक्री करने वाले हर व्यक्ति का ईकेवाईसी किया जाएगा इसे असली व्यक्ति की पहचान में आसानी होगी रजिस्ट्री में होने वाली धांधली को खत्म किया जा सकेगा एक ही जमीन की दो बार रजिस्ट्री और धोखेबाजी को रोका जा सकेगा बेनामी संपत्तियों का भी पता लगाया जा सकेगा