जिला आगर मालवा के सोयत कला से
रिपोर्टर मोहम्मद आलम खान
मोबाइल नंबर 96910 35272
लोकेशन सुसनेर
मुख्यमंत्री यादव ने 880 मेगावाट सौर ऊर्जा परियोजनाओ का किया लोकापर्ण
उज्जैन झालावाड़ रेल्वे लाईन जल्दी शुरू होगा काम - सी.एम. मोहन यादव
सुसनेर। आगर मालवा जिलें के सुसनेर में उमरीया से लेकर पालड़ा सोलर प्लांट से 880 मेगावाट सौर ऊर्जा संचय करने हेतु लगाए गए सोलर प्लांट जिसका लोकापर्ण शुक्रवार को मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के द्वारा किया गया। इसमें 550 मेगावॉट आगर जिलें की व 330 मेगावॉट क्षमता नीमच जलें की है। मध्य प्रदेश सरकार ने उमरीया, नाहरखेडा और पालडा ग्राम की 775 हैक्टेयर शासकीय भूमि पर पर सोर प्लेटे लगाई है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री मोहन यादव 2 हजार करोड का निवेश भी आगर जिलें में किया जा रहा है। उन्हाेने किसानो के हित में चलाई जा रही योजनाओ और लाडली बहनो को दी जाने वाली राशि को लेकर भी सम्बोधित किया।
सुसनेर वालो तुम्है जल्द ही रेल लाइन की सौगात मिलने वाली है - मुख्य मंत्री
शुक्रवार काे उमरीया सोलर पार्क में कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुएं सीएम मोहन यादव ने कहा की सुसनेर वालो तुम्है जल्द ही रैल की सौगात मिलने वाली है। मेने अश्विन वेश्नोई के माध्यम से निवेदन किया है उज्जैन-झालावाड रेल लाइन के लिए क्षेत्र के हर एक स्थान विधनसभा क्षेत्र सुसनेर के हर कस्बे और अधिक से क्षेत्र व नलखेड़ा के मां बंगलामुखी मार्ग से भी जोड़ने का प्रयास किया जावेगा को जाेडने का प्रयास हम कर रहे है। 2 हजार करोड का निवेश भी आगर जिलें में किया जा रहा है। उन्हाेने किसानो के हित में चलाई जा रही योजनाओ और लाडली बहनो को दी जाने वाली राशि को लेकर भी सम्बोधित किया।
बड़ी तादात में सोलर प्लांट लगने से होने वाले नुकसान
जिसके कारण इस क्षेत्र में रहने वाले जीव-जन्तुओ को आहर व पेयजल के लिए परेशानियों का सामना करना पडेगा। साथ ही इससे होने वाले नुकसान के कारण पशु पक्षी मोते भी होने कि संभावनाएं बन सकती हैं। सौर ऊर्जा से जलवायु में बदलाव आ सकता है, जिससे पारिस्थितिकी तंत्र पर असर पड सकता है। साथ ही सौर पेनलो के उत्पादन और स्थापना में खतरनाक सामग्री का इस्तेमाल होता है और इससे प्रदुषण होता है। और पैनलो को रीसाइकल करना भी मुश्किन होता है।
क्षेत्र में एक और आए दिन होते है, विवादो में घिरा हुआ है सोलर प्लांट
करोडो रूपये की इस सोर परियाजनो में आए दिन विवाद होते रहते है। अधिकांश विवाद तो ऐसे है जो पुलिस थाने तक पहुंच चुके है। यहां पर कई मर्तबा सुरक्षाकर्मियो के वेतन व उन्है उपलब्ध कराई जाने वाली सुविधाओ को लेकर मारपीट की घटनाए सामने आई है। ठैका कम्पनी और सुरक्षाकर्मियो के विवाद के बीच एक बार भीषण आगजनी की घटना भी इस सोलर पार्क में घटीत हो चुकी है। जिसमें 1 करोड से भी अधिक की राशि का नुकसान ठैकेदार का हुआ था। तब इस मामले काे गंभीरतापूर्वक लेते हुएं कमिश्नर और जिला कलेक्टर ने दोरा कर आनन-फानन में निरीक्षण किया था। तब पुलिस प्रशासन के द्वारा सुरक्षाकर्मियो के खिलाफ ही प्रकरण दर्ज किया गया था। उसके बाद भी यहा पर विवाद आज तक नहीं थमा है जिन सुरक्षाकर्मियो को कलेक्टोरेट के मान से वेतन दिया जाना चाहिए उस हिसाब से नहीं दिया जा रहा है। साथ ही सुरक्षाकर्मियो को जरूरत के हिसाब से संसाधन भी उपलब्ध नहीं करवाए गए है।