Reported By: NN81 X @newsnation81tv
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
भुवनेश्वर: ओडिशा विधानसभा में मंगलवार को उस वक्त हंगामा खड़ा हो गया जब सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विपक्षी कांग्रेस के विधायक सदन में ही आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों के बीच हुई भिड़ंत इस कदर नियंत्रण से बाहर हो गई कि विधानसभा अध्यक्ष सुरमा पाढ़ी को कार्यवाही अपराह्न तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। विधानसभा में उस समय तनाव बढ़ गया जब बीजेपी के वरिष्ठ विधायक जय नारायण मिश्रा, कांग्रेस विधायक ताराप्रसाद बहिनीपति की ओर बढ़े। ताराप्रसाद, शहरी विकास मंत्री के. सी. महापात्र के सामने खड़े थे और मंत्री किसी सवाल का जवाब दे रहे थे।
सत्ता पक्ष और कांग्रेस के अन्य सदस्यों के बीच भी धक्का-मुक्की शुरू हो गई जिसके बाद अध्यक्ष पाढ़ी ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी
कांग्रेस विधायक बहिनीपति ने सदन के बाहर कहा, ‘मिश्रा ने मेरे शर्ट का कॉलर पकड़कर मुझे धक्का दिया। मैं मंत्री महापात्र से हाथ जोड़कर निवेदन कर रहा था कि जब सदन में व्यवस्था नहीं है तो वह जवाब न दें। लेकिन अचानक मिश्रा आए और मेरा कॉलर पकड़ ली।’ बाद में, सत्ता पक्ष और कांग्रेस के अन्य सदस्यों के बीच भी धक्का-मुक्की शुरू हो गई जिसके बाद अध्यक्ष पाढ़ी ने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी। सदन में जबरदस्त हंगामा हुआ और बीजेपी एवं कांग्रेस के विधायक एक-दूसरे को धक्का देते दिखे।
विपक्षी BJD और कांग्रेस विधायकों ने अलग-अलग मुद्दे उठाए
बीजू जनता दल के सदस्य भी उसी जगह मौजूद थे, लेकिन वे इससे दूर रहे। विपक्षी BJD और कांग्रेस विधायकों ने अलग-अलग मुद्दे उठाए। बीजू जनता दल के विधायकों ने मिश्रा की उस टिप्पणी पर मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी से बयान देने की मांग की जिसमें मित्रा ने 1936 में तत्कालीन कोसल के ओडिशा में विलय को ‘ऐतिहासिक गलती’ करार दिया था, जबकि कांग्रेस विधायक राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को लेकर विरोध कर रहे थे। यह लगातार दूसरा दिन था जब विधानसभा में हंगामा देखने को मिला।