नगर निगम महापौर ने एसईसीएल, पीएचई व सीएससीबी के ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट निदान हेतु महापौर ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश: NN81

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नगर निगम महापौर ने एसईसीएल, पीएचई व सीएससीबी के ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट निदान हेतु महापौर ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश: NN81

21/03/2025 | मार्च 21, 2025 Last Updated 2025-03-21T06:11:31Z
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 Reported By: Maniram Soni 
Edited By: Abhishek Vyas @abhishekvyas99  


नगर निगम महापौर ने एसईसीएल, पीएचई व सीएससीबी के ग्रीष्म ऋतु में पेयजल संकट निदान हेतु महापौर ने अधिकारियों को दिए दिशा-निर्देश:

एमसीबी भीषण गर्मी आते ही पेयजल संकट विकराल रूप ले लेता है। इस संकट से निपटने के लिए नगर पालिक निगम चिरमिरी के प्रथम नागरिक महापौर रामनरेश राय की अध्यक्षता में गुरुवार को महापौर कक्ष में एसईसीएल, पीएचई विभाग एवं छ.ग.रा.वि.मं.मर्या. चिरमिरी के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में जल प्रदाय व्यवस्था और पेयजल आपूर्ति को लेकर गहन चर्चा हुई, जिसमें महापौर ने पूरे 40 वार्डों में जल संकट की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए सुचारू जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट रूप से कहा कि जल आपूर्ति से संबंधित सभी कार्यों को प्राथमिकता के साथ पूर्ण करें ताकि नागरिकों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। इस दौरान एसईसीएल ने भी पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने का भरोसा दिलाया। महापौर रामनरेश राय ने कहा कि नगर निगम, एसईसीएल एवं पीएचई विभाग एक परिवार की तरह कार्य कर रहे हैं और सभी का दायित्व है कि गर्मी के दौरान जल संकट की स्थिति उत्पन्न न हो। जल आपूर्ति व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया जाए और किसी भी प्रकार की समस्या को तत्काल हल किया जाए। इस बैठक में ग्रीष्म ऋतु के दौरान जल संकट से निपटने के लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जल आपूर्ति की टैंकर सेवा को मजबूत किया जाएगा ताकि जहां पाइपलाइन से पानी नहीं पहुंच रहा, वहां नियमित रूप से टैंकरों के माध्यम से जल उपलब्ध कराया जाए। नगर निगम नए जल स्रोतों की पहचान करेगा और नए बोरवेल खोदने के साथ-साथ अन्य वैकल्पिक उपायों पर भी विचार किया जाएगा। जल संकट को देखते हुए कुछ वार्डों में राशनिंग सिस्टम लागू करने पर भी मंथन हुआ ताकि पानी का सही उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। इसके अलावा, नागरिकों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा ताकि लोग पानी का दुरुपयोग न करें और जरूरतमंदों तक पर्याप्त जल पहुंच सके।