Reported By: Brajesh Singh Lodhi
Edited By: Abhishek Vyas X @abhishekvyas99
सागर बंद के आव्हान पर बंद रहे बाजार, मीडियाकर्मियों ने कटरा क्षेत्र में निकाली रैली:
सागर। सिद्धांतों और अपनी आजादी के अधिकार को लेकर संघर्ष कर शहर के मीडियाकर्मियों को भले ही नेताओं या अफसरों ने कोई तवज्जो नहीं दी लेकिन आम जनता ने पत्रकार प्रताड़ना पर अपना मौन समर्थन दे दिया है। जनता का कोई चेहरा नहीं होता लेकिन जब मीडियाकर्मियों ने सागर बंद का आव्हान करते हुए उनसे सहयोग मांगा तो सकारात्मक सहयोग करते हुए आमजनों ने बता दिया कि वह किसके साथ हैं।
दरअसल, पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर जिला खनिज कार्यालय के प्रमुख अधिकारी अनकेत पंड्या और पत्रकार मुकुल शुक्ला के बीच हुए घटनाक्रम का वीडियो जमकर वायरल है। गाली-गलौच के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करने वाले अधिकारी के व्यवहार को नजरअंदाज करते हुए गोपालगंज पुलिस ने उल्टे पत्रकार पर ही शासकीय कार्य में बाधा डालने की धारा के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया। इसके बाद से ही पूरे जिले के पत्रकार इस प्रकरण पर लामबंद हैं और सिलसिलेवार शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदशन कर रहे हैं। इस कड़ी में मंगलवार को सागर बंद का आव्हान किया गया था जिसे व्यापक जन समर्थन मिला है। शहर में अधिकारी बाजार पूरी तरह बंद रहे और दुकानदारों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान बंद रखे। इससे पहले दोपहर 12 बजे शहर के साथ जिलेभर से सैकड़ों की संख्या में आए पत्रकारों ने तीन मढ़िया से रैली निकाली। पत्रकारों ने व्यापारियों, दुकानदारों और आमजनों से अपनी वाजिब लड़ाई के लिए समर्थन भी मांगा। हालांकि कई संगठन और राजनीतिक दल पूर्व में ही अपना लिखित समर्थन बंद को दे चुके थे। वे भी रैली में उनके साथ खड़े हुए नजर आए। विरोध प्रदर्शन की खास बात यह थी कि मांगों पर अभी तक कर्मण्य बने प्रशासन को पत्रकारों ने मृत घोषित कर दिया। तीनबत्ती पर दो मिनट का मौन रखा गया और बाद में तेरहवीं की प्रसादी वितरण का आयोजन भी हुआ। पत्रकारों का कहना है कि आगे भी विरोध की श्रृंखला न्याय मिलने तक अनवरत जारी रहेगी। आक्रोशित पत्रकारों का यह भी कहना है कि यह किसी एक पत्रकार विशेष नहीं बल्कि समूचे मीडियाकर्मियों की लड़ाई है। उन्होंने बंद को सफल बनाने के लिए शहर के व्यापारी, सामाजिक-राजनीतिक संगठन, विभिन्न समाजजन के साथ आमजनों का आभार माना है।