प्राणी मात्र के लिए दया एवम करुणा मानव जीवन का यथार्थ:- कैलाश परमार
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
संस्कृति धर्म और सेवा आपस मे गहराई से जुड़े हुए हैं । मानवीय मूल्यों को अपनाने की सार्थकता तभी है जब हम प्राणी मात्र के प्रति करुणा का भाव रखें । जीवन की सार्थकता भी सेवा भाव में ही निहित है यह बात स्थानीय पार्वती धाम गौशाला में वरिष्ठ समाज सेवी गायत्री परिवार प्रमुख तथा चंद्रवंशी खाती समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी मोहन सिंह अजनोंदिया के जन्मदिन समारोह के अवसर पर प्रभु प्रेमी संघ के संयोजक तथा पूर्व नपाध्यक्ष कैलाश परमार ने कही । श्री परमार ने मोहनसिंह अजनोंदिया के जीवन को सभी के लिए प्रे
रक बताते हुए कहा कि उन्होंने देहाती परिवेश में एक कृषक के रूप में जीवन आरम्भ करके नगर के धार्मिक , सामाजिक क्षेत्र में भी अपने आदर्श व्यवहार और स्पष्टवादिता के कारण यश का अर्जन किया । इस अवसर पर श्री अजनोंदिया ने गौशाला में गौवंश की पूजा अर्चना करते हुए सभी को हरा चारा खिलाया । सभी उपस्थित जन ने समय समय पर निस्वार्थ भाव से गायों की सेवा करने का संकल्प लिया