छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
नानक राजपूत
*पोड़ी उपरोड़ा जनपद मे कई स्कुल भवन के जीर्णोद्धार कागजो पर पूर्ण, कई अतिरिक्त कक्ष भी अधूरे।*
पोड़ी उपरोड़ा :- ग्राम लेपरा संकुल मे के आश्रित गांव बांधापारा में संचालित प्राथमिक शाला भवन के जीर्णोद्धार के लिए राशि आबाटित होने के बावजूद अबतक कार्य पूर्ण नहीं हुआ, भवन का मरम्मत कार्य प्रारम्भ तो क़र दिया गया लेकिन पूर्ण नहीं फिलहाल भवन अधूरा है, भवन के आभाव मे पुराने जमाने के खप्पर वाले भवन मे प्राथमिक शाला का संचालन कार्य चल रहा है, ग्रामीण भवन को पूर्ण करने लगातार मांग कर रहे हैं।
शिक्षा व्यवस्था कों सुचारु रूप से संचालित करने के लिए शासन अनेको योजनाए लागू करती है लेकिन विभागीय अधिकारी इस योजना का सही क्रियान्वयन नहीं करते जिसका खामियाजा छात्रों कों भुगतना पड़ता है, वित्त वर्ष 2022-23 मे 154 प्राथमिक व माध्यमिक शाला के जीर्णोद्धार व अतिरिक्त कक्ष के लिए पोंडी उपरोड़ा ब्लाक मे राशि आबंटित कि गई, इसकि जिम्मेदारी बीआरसी विभाग व आरइएस कों दी जिनके द्वारा यह कार्य कराया जा रहा, जानकारी के मुताबिक सभी 154 भवनो कों ठेकेदारो के माध्यम से पूर्ण कराया जा रहा, आर.इ.एस के एसडीओ आर. के. गुप्ता से मामले कि जानकारी ली गई जिनका कहना है कि 154 भवनो मे महज 3 भवन ही अधूरे हैं बाकि के सभी भवनो का कार्य पूर्ण हो चूका है, अधूरे भवन मे ग्राम बोड़ानाला मिडिल स्कुल, भावर शिपरापारा प्राथमिक शाला व कापन नवापारा मिडिल स्कुल शामिल हैं जिन्हे जल्द ही पूर्ण करा लिए जायेंगे, दरसल आपको बता दे कि कागजो मे तो भवन पूर्ण होते जा रहे हैं लेकिन इसकी जमीनी हकीकत पे नजर डाले तो तस्वीरे कुछ और ही बया करती है दरसल ऐसे कई ग्राम मे प्राथमिक शाला है जिनका भवन पूर्ण नहीं हो पाया है, इंजिनियर व ठेकेदारो कि मिलीभगत क़र मूल्यांकन क़र दिया जाता है और कागजो मे ही भवन पूर्ण दर्शा दिया जाता है,
*बांधापारा प्राथमिक शाला भवन अधूरा*
पोड़ी उपरोड़ा मुख्यालय से महज 5 किलोमीटर दूर लेपरा शंकुल का है जहाँ बांधापारा मे संचालित प्राथमिक शाला भवन का कार्य अधूरा क़र दिया गया है, यहां के छात्र जर्जर हो चुके पुराने खप्पर वाले भवन मे मजबूरन पढ़ाई करते हैं जो कि बरसात के दिनों मे भी पानी टिपकति है ऐसा नहीं कि इस समस्या से अधिकारी अवगत नहीं हैं अनदेखा किया जाना नियति बन चुकी है, जानकारी के मुताबिक बांधापारा प्राथमिक शाला भवन के जीर्णोद्धार के लिए 1 लाख 83 हजार रूपये कि राशि आबंटित कि गई है, लेकिन महज आबंटित हुई है भवन का सुधार कार्य नहीं हुआ है, पोड़ी उपरोड़ा मे ऐसे कई प्राथमिक शाला है जो जर्जर हो चुके हैं, इसके फ़लस्वरुप पोड़ी जनपद मे जितने प्राथमिक व माध्यमिक शाला जर्जर हैं उनको सुधार क़र उनका जीर्णोद्धार करना है,
वही अतिरिक्त कक्ष के भी निर्माण अधूरे क़र दिए गए हैं, भावर शंकुल के महोरा प्राथमिक शाला मे अतिरिक्त कक्ष के लिए 8 लाख कि राशि आबंटीत हुई है, लेकिन यह अतिरिक्त कक्ष भी अधूरी कि अधूरी रह गई, माध्यमिक शाला जलके मे भी अतिरिक्त कक्ष बनाई जानी थी लेकिन वहा के शिक्षकों का कहना है कि यहां बच्चों कि संख्या अधिक है, जरूरत मुख्य भवन कि है मुख्य भवन के लिए कई बार मांग कि जा चुकी है लेकिन अब तक मुख्य भवन का निर्माण नहीं हो सका,
*भवन विहीन स्कुल निजी घर मे संचालित*
संकुल सेन्हा कि बात करें तो प्राथमिक शाला बेहलिया मे शाला ही नहीं है भवन विहीन पिछले कई वर्षो से संचालित है यहां के छात्र किसी निजी भवन मे पढ़ाई करने कों मजबूर हैं बताया जाता है कि बलवान नाम के किसी व्यक्ति के घर मे छात्रों कों पढ़ाया जा रहा है, दूराअंचल क्षेत्र होने के कारण जनपद मे बैठे अधिकारी ऐसे समस्याओं से अवगत नहीं रहे कारण यही है कि ऐसे गंभीर समस्याओ का निराकरण नहीं हो पाता