रंजित रक्षिये
नागपूर जिल्हा क्राईम
भिवापूर शहर मै हर साल कि तरह इस साल मै भी मोहरम का माहोल था दूर दूर से भिवापूर का मोहरम देखणे लोगो कि भी जमा होती है. और महिला ओ कि भी बहोत बडी संख्या मै हजेरी लगाये हुए थे.भिवापूर मै एक अलग तरह का माहोल होता है लोगो कि भिड 2000--2500 हजार लोग जमा होते है भिवापूर मै आझाद चोक मै सब जगह की सवारी नाचती है.
भिवापूर मै 5 / 6 दरगाह है. और हर बावा लोगो से परिचित होते है. जैसे, विजू बावा दर्गाह, सुनील बावा दर्गाह, कवडू बावा, केदार बावा, जितू बावा दर्गाह, सप्तमी और नवमी को सवारी हर दर्गासे से नाचते हुए पुरे भिवापूर शहर मै गुमाते है.
आझाद चौक, टी होऊस चौक, धिवर चौक, रामधन चौक, कलार चौक, बस स्टॉप , और भीमा माता देवी चौक के पास से अपने अपने दर्गाह मै चले जाते है. इसमे भिवापूर शहर के लोग बहोत साथ देते है. किसी प्रकार कि दंगा या झगडा फसाद नही होता है.
इसमे भिवापूर तहसील के ठाणेदार जयप्रकाश निर्मल का बहोत बडा योगदान रहता है. निर्मल जब से भिवापूर शहर का पदभार सभाला तबसे शान्ति बनी हुए है. और उनके आनेसे पोलीस स्टेशन भी ऍक्टिव्ह हुआ, मोहरम के लिये स्पेशल दंगल फोर्स बुलाई जाती है. साथ पोलीस और होमगार्ड का भी सहयोग मिलता है