लोकेशन
नौरोजाबाद //उमरिया
मदनलाल बर्मन की रिपोर्ट
पुलिस और प्रशासन के नाक के नीचे से स्कूल की जमीन से हो रहा है गांजे का व्यापार
पुलिस, राजस्व तथा स्कूल शिक्षा विभाग है मौन।
एक महिला जिसकी करतूत ने सब की बैंड बाजा कर रखी है कोई साधारण महिला नहीं है वह पेसे से एक व्यापारी है पर व्यापारी भी ऐसी वैसी नहीं है बल्कि अवैध गांजे के मुख्य संचालिका है ऐसा हम नहीं कह रहे ऐसा वार्ड वासी बताते हैं।
लेकिन यह बात उमरिया जिले के कलेक्टर से लेकर एसपी एसडीएम तथा पुलिसकर्मी तक को पता है लेकिन फिर भी दबंग महिला के ऊपर कोई भी कार्रवाई नहीं हो पा रही है खुलेआम धड़ल्ले से शासकीय जमीन पर कब्जा भी कर लिया है शासकीय जमीन पर यानी स्कूल की जमीन पर घर बनवा लिया है अब इस स्कूल की जमीन पर बने घर यानी स्कूल से ही व्यापार चल रहा है।
हालांकि यह कोई नई बात नहीं है व्यापार करने के उसके तरीके भी गजब के है अगर एक रास्ते बंद कर देते हैं तो व्यापार करने के लिए दूसरे रास्ते खोल देती है लेकिन सब कुछ जानने वाली पुलिस भी कुछ नहीं कर पा रही है एसडीएम कार्रवाई करने की बात कहते हैं लेकिन वह भी कार्यवाही नहीं कर पाते आखिर उस महिला के पीछे ऐसा कौन सा राज है या ऐसा किसका हाथ है जो उसके खिलाफ कार्रवाई न करने के लिए प्रशासन को मजबूर कर रहा है।
दरअसल पूरा मामला उमरिया जिले के पाली क्षेत्र अंतर्गत का बताया गया है पाली में थाने से महज कुछ ही दूरी पर महिला का घर है जहां महिला अपने घर से ही धड़ल्ले से व्यापार करती है इसके खिलाफ कई बार पुलिस ने प्रकरण भी दर्ज कर लिए हैं लेकिन अभी वह बंद करने के लिए तैयार नहीं है लगातार नए-नए कारनामे किए जा रही है यहां तक की शासकीय स्कूल की जमीन पर कब्जा कर लिया गया जिसकी शिकायत वार्ड वासियों द्वारा पहले भी की जा चुकी है लेकिन अतिक्रमण हटाने की वजह प्रशासन सह दे रहा है ऐसा इसलिए लग रहा है क्योंकि शिकायत के बाद भी अगर राजस्व विभाग के अधिकारी आंख बंद करके अंजान बने होते हैं तो इसे साफ साबित होता है कि प्रशासन कि मिली भगत हो सकती है हालांकि आरोप वार्ड वासियों द्वारा लगाए जा रहे हैं।
बहरहाल कुछ भी हो पर अतिक्रमणकारी इस महिला के ऊपर प्रशासन कार्रवाई नहीं कर पा रहा है ऐसे में वार्ड वासियों का गुस्सा सातवें आसमान पर है इसकी मौखिक शिकायत एक बार फिर से वार्ड वासियों के द्वारा कलेक्टर और एसपी के साथ एसडीएम से की गई है उल्लेखनीय है कि इसकी शिकायत बीते साल ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राणा प्रताप सिंह ने भी एसडीएम थाना प्रभारी सहित अपने उच्च अधिकारियों को भी की थी।
जहां इस पूरे मामले को लेकर एसडीएम टी आर नाथ से बात की गई तो उन्होंने सिर्फ यह कहकर पल्ला झाड़ दिया कि मैं पटवारी को भेज कर यह दिखवाता हूं इतना सेंसिटिव मामला कि जब कोई भी दो नंबर का काम करता है तो उसका घर गिरा दिया जाता है ऐसे में यह महिला जिसके खिलाफ कई प्रकरण दर्ज हैं लेकिन उस
पर कोई कार्रवाई नहीं हो पा रही है यह संदेह की बात है।