जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहिं सब कोई। जिनके कपट, दम्भ नहिं माया, तिनके ह्रदय बसहु रघुराया : NN81

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जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहिं सब कोई। जिनके कपट, दम्भ नहिं माया, तिनके ह्रदय बसहु रघुराया : NN81

07/01/2024 | जनवरी 07, 2024 Last Updated 2024-01-07T08:59:53Z
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 जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहिं सब कोई। जिनके कपट, दम्भ नहिं माया, तिनके ह्रदय बसहु रघुराया। संत गोविंद जाने


रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी 





संत श्री गोविंद जाने की के मुखारविंद से चल रही आष्टा नगर में श्री राम कथा के आज छठवें दिवस पर भारी संख्या में धर्म लाभ अमृत में रसपान के  श्रद्धालु श्रोताओं का भारी जमावड़ा कथा पंडाल में पहुंचा और छठवें दिन लगातार पंडाल बढ़ाने और शीत लहर होने के बाद भी पंडाल कम पड़ गया संत श्री ने राम जानकी विवाह पर प्रकाश डाला, अच्छा बोलना अच्छा देखना अच्छा कार्य करना यह आपकी कल नहीं है यह भगवान की दया दृष्टि से आपको विवेक मिला है, किसी का अहित होना आपकी खुशहाली से जुड़ा है तो आपकी खुशी निरर्थक है, बुरे खान पान गलत वाणी लोभ लालच का त्याग करना ही संन्यास कहलाता है, यह तेरा यह मेरा इन सब को छोड़कर अगर राम को अंतःकरण से याद करोगे जिस दिन आपने गोपाल को अपना बना लिया छोटी वाणी गलत खान पान ईर्ष्या का त्याग कर दोगे उसे दिन प्रभु के करीब पहुंच जाओगे, प्रार्थना पाठशाला या संत नहीं सिखाता है,जिस प्रकार एक छोटा बच्चा अपनी मां को देखकर ललाहित होता है और वह उसके भाव को समझ जाती है ठीक इस प्रकार आपका प्रभु के प्रति लगन ही आपकी सच्ची प्रार्थना है, तन का स्नान तो हम घर पर भी कर सकते हैं परंतु गंगा जमुना काशी में नहाने से जो प्रार्थना करता  है मां हमारे अंदर छुपी बुराइयों का त्याग कर इस जल में समाहित कर देना और हम अच्छे इंसान बने ऐसी मती देना,उदयांचल पर्वत के समान बने हुए विशाल मंच पर श्रीरामचन्द्र जी के रूप में बाल सूर्य के उदित होते ही सभी संत रूपी कमल खिल उठे हैं और नेत्ररूपी भंवरे हर्षित हो उठे हैं। भाव यह है कि मंच पर रामचंद्र जी के चढ़ते ही महफ़िल में बैठे सभी सज्जन व्यक्ति अत्यधिक प्रसन्न हो जाते हैं।


विश्वास विनम्रता प्रणाम साहस के साथ जो व्यक्ति कदम बढ़ाते हैं वह जीत जाते हैं और जो घमंड से कदम बढ़ाते हैं वह हार जाते हैं,

जा पर कृपा राम की होई, ता पर कृपा करहिं सब कोई। जिनके कपट, दम्भ नहिं माया, तिनके ह्रदय बसहु रघुराया।


 कपट, दम्भ और माया से परे है, वो ही भगवान् श्री राम के कृपा पात्र है और जिन पर राम की कृपा है उन्हें कई सांसारिक दुःख छू तक नहीं सकता। परमात्मा जिसपर कृपा कर देते है उस पर तो सभी की कृपा अपने आप होने लगती है । इस अवसर पर समिति के अनोखीलाल खंडेलवाल, डॉ मनोज नागर बंटी मेवाडा , चेतन सिंह ठाकुर,चेतन वर्मा, जुगल पटेल,राजा मेवाडा चन्दर ठेकेदार, जटाल सिंह , सोभल सिंह मुलगी, नानूराम मेवाडा, विजय खंडेलवाल,धीरप पटेल,


वरिष्ठ जन विधायक गोपाल सिंह इंजीनियर, अरुणा सुदेश राय,न.प अध्यक्ष राय सिंह मेवाडा, पूर्व विधायक रघुनाथ मालवी ,कृपाल सिंह पटाड़ा, रूपेश राठौड़,अतुल शर्मा,सोनू गुणवान,बलभादुर सिंह, हरेंद्र ठाकुर,अजब सिंह राजपूत, रवि शर्मा, जीतेंद्र सिलोटिया,योगेंद्र सिंह ठाकुर, डा रतन सिंह,जीवन सिंह माली खेड़ी, ज्ञान सिंह मंडलोई, देवराज परमार, महादेव महिला मंडल के संध्या बजाज, भगवती सोनी, गीता राठौर, टीना पांचाल, विनीता माहेश्वरी, श्रद्धा नागर,अनीता सेन, मनीषा नगर ,शेषबाला शर्मा आदि मौजूद थे।