मनरेगा परिषद के अधिकारियो ने की जांच सेऊ गो शाला की नटेरन जनपद पंचायत की सेऊ ग्राम पंचायत के द्वारा बनाई गो शाला की जॉच करने बुधबार दोपहर मनरेगा परिषद के एस एस डाबर अधीक्षण यंत्री एवम राघवेंद्र शर्मा इंजीनियर मनरेगा परिषद के साथ नटेरन जनपद के ए ई अस्तपुत्रे के साथ नटेरन जनपद पंचायत के इंजीनियर एवम सचिव राजकुमार प्रजापति पहुंचे जिन्होंने गो शाला की जॉच की जनपद के अधिकारियो और कर्मचारियों ने मिलकर घटिया निर्माण गौशाला का करवा दिया 30 लाख 79 हजार रूपये का भुगतान करा दिया नटेरन जनपद की ग्राम पंचायत सेऊ द्वारा गौशाला क्रमांक 2 जिसकी स्टीमेट लागत 37,84,582 रूपये है जिसमे करीब 30 लाख रूपये , सामग्री और करीब 5 लाख रूपये मजदूरी पर खर्च होना थे |
ग्राम पंचायत सेऊ द्वारा गौशाला क्रमांक 2 के नाम से गौशाला स्वीकृत हुई थी जिसका वर्क कोड क्रमांक 1727005047/AV/22012034515843 है स्टीमेट दिनांक 14/05/2020 , जिसका टी एस. क्रमांक 17/27/005/2021/294205 टी एस दिनांक 01/08/2020 से कार्य प्रारंभ किया गया था जिसकी ए एस क्रमांक 294205 है |
ग्राम पंचायत सेऊ सचिव, रोजगार सहायक, इंजिनियर , सहायक इंजिनियर और जनपद पंचायत नटेरन मुख्यकार्यपालन अधिकारी द्वारा गौशाला निर्माण में स्टीमेट के अनुसार सामग्री और मटेरियल का उपयोग नहीं किया गया गौशाला निर्माण में घटिया ईंट, लोकल रेत और लोहा (टीएमटी) सरिया , चड़ने वाली चादर का उपयोग घटिया किस्म का किया गया है |
गौशाला में स्टीमेट अनुसार 63एम एम की चादर का उपयोग होना था जिसमे 40 एम एम चादर का उपयोग किया गया है, स्टीमेट अनुसार टीन सेट में गोल पाइप का उपयोग किया जाना अनिवार्य था लेकिन उसमे कमजोर चोकोर पाइप का उपयोग किया गया जिले के अधिकारियो द्वारा गोशाला निर्माण का जो स्टीमेट बनाया गया है उसमे नियम अनुसार गलत सामग्रियों का उपयोग किया गया है |
जनपद पंचायत नटेरन के अधिकारी , रोजगार गारंटी योजना के कर्मचारी , इंजिनियर ने मिलकर घटिया निर्माण करवाने के साथ साथ करीब 30 लाख रूपये का भुगतान भी करवा दिया |
जिला कलेक्टर के पत्र क्रमांक 2501 दिनांक 09/03/2021 को नटेरन जनपद पंचायत में आवक क्रमांक 331 दिनांक 17/03/2021 में स्पष्ट लेख है की यदि निर्माण कार्यो में डस्ट , चूरी, या लोकल रेत उपयोग होता है तो सम्बंधित निर्माण एजेंसी के साथ इंजिनियर और सहायक यंत्री भी उतने ही जिम्मेदार होंगे |
जिस निर्माण इन चीजो का उपयोग होगा उस निर्माण कार्य को घटिया माना जायेगा संबंधितो के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी |
लेकिन नटेरन के भ्रष्ट कर्चारियो एवं अधिकारियो ने घटिया निर्माण के ऊपर पर्दा डालकर 32लाख का भुगतान कर दिया |
इनका कहना है की –
आज जांच करने आए हैं सचिव ने अभी एमवी बिल बहाउचर अभी उपल्ब्ध नहीं कराए हे जनपद पंचायत में जाकर देखेंगे पीछे पिलर नहीं है बीम के साथ जोड़ दिया है टीन सेट में 40 एमएम चादर उपयोग किया है पाइप चौकोर कितने इंची का है देखते हैं
एस एस डाबर
अधीक्षण यंत्री
मनरेगा परिषद मुख्यालय भोपाल