*गुना जनपद भी मिला रहीं हैं आरोन जनपद पंचायत से कदम ताल*
*गरीबों के पेट पर लात मरती मशीनें सरपंच और सचिवों की मेहरवानी से*
*कार्यवाही करने की जगह जनपद सीईओ बोले हम समझा देगे*
*मशीनों से काम कराकर मजदूरो का मार रहें हक*
*ग्राम पंचायतों में भ्रेष्टाचार चरम पर गांधीबाबा की चमक के आगे प्रशासन हुआ मौन*
*सरकार की योजनाओं मे खुले आम हो रहीं हैं धंधली*
*महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम मनरेगा में हो रहा हैं भ्रेष्टाचार*
*,(गुना से न्यूज़ नेशन 81 संवाददाता गोलू सेन की रिपोर्ट मो.9993685017)*
गरीबों के पेट पर लात मरती मशीनें
गुना जिले में मनरेगा योजना के तहत जो कार्य किए जाते हैं उनमें भ्रेष्टाचार चरम पर है पंचायतों में मशीनों से काम करवा लिया जाता है और फिर फर्जी मास्टर में फर्जी लेवर लगा कर पैसे निकले जाते हैं और ए सारा खेल प्रशासन के सानिध्य में होता है जी हां हम बात कर रहें हैं गुना जनपद पंचायत और आरोन जनपद पंचायत की एक तरफ़ सरकार मनरेगा जैसी गरीबी उन्मोलन योजना चला कर गरीबों और बेरोजगार मजदूरो को रोजी रोटी देने का काम कर रही है तो वही ग्राम पंचायत सरपंच, सचिव और रोजगार सहायक एवं जनपद पंचायत के आला अधिकारी उपयंत्री जनपद पंचायत सीईओ गरीबों के पेट पर लात मरने का काम कर रहे हैं हम बात कर रहे हैं गुना जनपद पंचायत के अन्तर्गत आने वाली ग्राम पंचायत सातनपुर और आरोन जनपद पंचायत के अन्तर्गत आने वाली मुहासा पंचायत और ग्राम पंचायत हिनोतिया की
*ग्राम पंचायत सातनपुर में* फर्जी मास्टर में लेवर लगा कर पैसे निकले जा रहें है सातनपुर पंचायत में सात पोखर निर्माण कार्य होना था जिसमें से चार पोखर का तो पैसा भी निकाल लिया गया है और अब बची हुई तीन पोखर का पैसा निकलना है तो सातनपुर पंचायत के *सचिव* धर्मेंद्र यादव जिनपर रोज़गार सहायक का भी प्रभार हैं पिछले कई दिनों से फर्जी मास्टर लगा रहें है और 91 लेवर दर्शाई जा रहीं है जब पत्रकारों ने दिनाक 02/02/2024 दिन शुक्रवार को दोपहर बाद ग्राम पंचायत सातनपुर के ग्राम कानौन में चहले वाले नाले के पास वनभूमि में पोखर निर्माण कार्य चल रहा था ऑनलाइन पोर्टल पर जब हमने मौके पर जा कर देखा तो हकीगत कुछ और ही नज़र आईं कानौन गांव में तीन पोखर निर्माण कार्य चल रहें थे ऑनलाइन मगर ऑपलाइन जा कर देखा तो कोई लेवर नज़र नहीं आई सच्चाई यह है कि पोखर निर्माण कार्य तो महीनों पहले ही कार लिए गाए हैं बड़ी बड़ी मशीनों के मध्यम से अब तो गरीबों के नाम से फर्जी मास्टर डालकर पैसे निकालने बाकी है सो निकले भी जा रहें है जब हमने सचिव धर्मेन्द्र यादव से फ़ोन कॉल के मध्यम से अधिक जनकारी लेनी चाही तो सचिव महोदय बोले की आज तो जिओ टैग नहीं हुआ है और लेवर नहीं लगी हैं सचिव महोदय फिर बोले की अपको ऑनलाइन पोर्टल पर काम निकलना नहीं आता है हमारा काम एक नम्बर चल रहा है पुरे मध्य प्रदेश में हमने मात्र 18 लेवर लगाई थी दूसरे काम में और कहा की हम अपको बोलाइगे तब आना हम लेवर से भी बात कराएंगे यादव बोले आप क्या चाहते हैं तो हमने कहा हम मात्र जानकारी चाहते है आपसे बस जब इस विषय में हमने सातनपुर पंचायत सरपंच सुरेश जोशी से बात की तो उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि पोखर निर्माण कार्य मशीनों से ही किया गया है *15 से 20 दिन तक मशीनें चली तब जा कर सभी पोखर निर्माण कार्य पूरे हों पाए*
और बात यही पर खत्म नहीं होती है जब हमने गुना जनपद पंचायत सीईओ गौरब खरे से इस विषय में बात की तो उन्होंने कारवाही करने की जगह कहा की हम समझा देगे इससे यह स्पष्ट हो जाता है की *प्रशासन के आला अधिकारी भी भ्रेष्टाचार की भेट चढ़ चुके हैं*
अब बात करते हैं आरोन जनपद पंचायत की तो हालात एक जैसे ही हैं जब पत्रकारों ने दिनांक 03/02/2024 दिन शनिवार को आरोन जनपद पंचायत ग्राम पंचायत मुहासा और ग्राम पंचायत हिनोतिया के कार्यों का अवलोकन किया तो मुहासा पंचायत में 56 लेवर और हिनोतिया पंचायत में 108 लेवर लगी होई थी ऑनलाइन पोर्टल पर मगर ऑपलाइन जब हमने जानकारी ली तो कोई लेवर नहीं लगीं होई थी और वही मुहसा पंचायत के सचिव सलमान ख़ान से फोन पर बात होई तो उन्होंने लेवर का लगना बताया मगर सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि आज कोई लेवर नहीं लगीं हैं आप आरोन आ जाएऐ तो बात करते है और यहीं बात हिनोतिया पंचायत सरपंच प्रतिनिधि ने बोली हिनोतिया पंचायत के सचिव यसराम सेगर से बात होई तो उन्होंने कहा कि आप आमने सामने आइए तो लेवर बताते हैं हैरानी तब होती है जब हमने मुंहसा ग्राम के लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि यहां पोखर निर्माण कार्य तो मशीनों से पहले ही हो गया है यहां अभी कोई लेवर नहीं लगी होई हैं अब देखना होगा कि ख़बर प्रकाशित होने के बाद संबंधित विभाग और प्रशासन के आला अधिकारी इन भ्रष्टाचारियों के ऊपर क्या कार्रवाई करते हैं या फिर सरपंच और सचिव इसे ही अपनी मनमानी करते रहेगें *अगले अंक में और भी होगा खुलसा*