छत्तीसगढ़ पोड़ी उपरोड़ा
नानक राजपूत
पोड़ी उपरोड़ा मे सड़क किनारे निजी जमीन पर राखड़ कि पटिंग, उड़ने वाले धूल से राहगीर परेशान व तालाब का पानी हो रहा दूषित।
पोड़ी उपरोड़ा मे सड़क किनारे एक निजी जमीन पर भारी मात्रा मे राख़ड़ पटिंग कि गई, लम्बे समय से राख़ड़ को युही फीजुली पटिंग कर शासन के मानक अनुरूप रखरखाव नहीं किया गया जिसके चलते राहगीर परेशान हैँ वही दूसरी ओर उक्त जमीन के किनारे तालाब मे उड़ने वाले धूल से भी पानी दूषित हो रहे हैँ,
दरसल पोड़ी उपरोड़ा वार्ड नंबर 1 के समीप तालाब के पास कटघोरा निवासी एक व्यक्ति ने नेशनल हाइवे बनने से पहले ही जमीन खरीदी थी सड़क बनने के बाद जमीन काफ़ी निचे चली गई चुकी जमीन के निचे होने के वजह से उक्त जमीन को व्यवसाय हेतु उपयोग करना असम्भव था, जिसे देखते हुए उपयोग हेतु उस जमीन मे भारी मात्रा मे राख़ड़ कि पटिंग कि गई, लेकिन आज इतने समय बीत गए राहगीर उड़ने वाले राख़ड़ के कड़ से परेशान हैं, महज 1 किलोमीटर दूर एसडीएम कार्यालय बावजूद इसके स्थानीय प्रसासन द्वारा इस समस्या का निराकरण हेतु कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा। राखड़ डंप करने के लिए प्रसासन ने विषेस नियमावली निर्धारित कि है लेकिन प्रसासन के आँखो मे धूल झोकते हुए धड़ल्ले से यह कारनामे जारी है।
*किसानो कि क़ृषि भूमि हो रहि प्रभावित*
भारी मात्रा के राखड़ पटिंग से कुछ किसानो कि क़ृषि योग्य भूमि प्रभावित हो रहि है किसान अपने जमीन मे धान वगरह का बोआई करते हैँ अगर सही मानक अनुरूप राखड़ के रखाव व व्यवस्थित नहीं किये गए तो किसानो के क़ृषि योग्य जमीन मे धान कि अधिक पैदावार पर भी प्रभावित होने कि आशंका बनी हुई हैँ।
*तालाब का पानी हो रहा प्रभावित*
उक्त जमीन के नजदीक बूजुर्गो ने दैनिक उपयोग हेतु तालाब बनवाया गया था लेकिन आज कि स्थिति मे तालाब का पानी राख़ड़ के कड़ मे ढकते दिखाई दे रहे हैं, वही स्थानीय लोगो का मानना हैँ कि इस तालाब मे नहाने के साथ साथ क़ृषि के लिए सिचाई के लिए उपयोग भी किया जाता हैँ, लेकिन मनमानी ढंग से राखड़ पटिंग से तालाब का पानी भी दूषित होने के कगार पर हैँ,