कानपुर: शहर की आर्यनगर सीट से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और गठबंधन के प्रत्याशी अलोक मिश्रा के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस की ओर से शनिवार देर रात एफआईआर दर्ज की गयी.
उक्त नेताओं के अलावा 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया. मुकदमा लिखे जाने के बाद से शहर में सियासी पारा एक बार फिर चढ़ गया है. एडीसीपी पश्चिम विजयेंद्र द्विवेदी ने बताया, कि सपा विधायक अमिताभ बाजपेई, गठबंधन के प्रत्याशी अलोक मिश्रा और 200 से अधिक कार्यकर्ताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। ईद के मौके पर डीसीपी पश्चिम विजय ढुल के आदेश पर अर्मापुर और पनकी पुलिस ने सपा नेता सम्राट विकास को सरकारी काम में बाधा उत्पन्न करने के चलते अरेस्ट किया था। जैसे ही यह जानकारी सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और गठबंधन के प्रत्याशी अलोक मिश्रा को हुई थी, तो दोनों नेता भारी भीड़़ के साथ पनकी थाने पहुंच गए थे। वहां बहस के दौरान सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने एसीपी को धमकी देकर कहा था, यह काम राम नवमी में करके दिखा देना। सपा विधायक की धमकी वाला वीडियो भी कई सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर जमकर वायरल हुआ था। अब शहर में इस बात की चर्चा जोरों पर है, कि क्या पुलिस सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और गठबंधन के प्रत्याशी आलोक मिश्रा को अरेस्ट भी करेगी।
एडीसीपी पश्चिम विजयेंद्र द्विवेदी ने बताया, कि जब सपा विधायक अमिताभ बाजपेई और गठबंधन के प्रत्याशी अलोक मिश्रा पनकी थाने आये थे तो हंगामा के दौरान करीब एक घंटे तक थाने का काम बाधित रहा था। कई फरियादी अपनी बात कहे बिना ही थाने से वापस लौट गए थे। ऐसे में पुलिस ने पूरे मामले की जांच कराई। जो वीडियो के आधार पर साक्ष्य मिले, उनका संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की गयी है।
संवाददाता: प्रवीण त्रिपाठी, कल्याणपुर नगर कानपुर