जिला ब्यूरो संजीव शर्मा
गंजबासौदा
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हेडिंग कथावाचक ने कहा सुदामा गरीब नहीं थे
गंजबासौदा सिरोंज चौराहा राजोदा रोड स्थित नागेश्वर पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में हो रही श्रीमद् भागवतकथा के सप्तम दिवस पर आचार्य पंडित विकास एलिया जी ने कहा सुदामा गरीब नहीं थे निर्धन नहीं थे सबसे बड़े धनवान थे उनके पास प्रभु नाम का धन था और जिसके पास भगवान नाम का धन होता है भगवान नाम होता है उसके पास तो त्रिलोक की संपदा होती है कहने का अभिप्राय नश्वर जीव अपने जीवन को खराब कर रहा है कोई मदिरा पी रहा है कोई तंबाकू खा रहा है कोई किसी चीज का नशा कर रहा है कोई किसी चीज का नशा कर रहा है यदि नशा करना है तो भगवान नाम का करें भगवान नाम का नशा हमें बैकुंठ देने वाला है
मदिरा नाम का नशा हमारे लिए नाली का रास्ता नाले का रास्ता दिखाने वाला है हमें हमारी सोच को अच्छा बनाना होगा हमारे विचारों को श्रेष्ठ बनाना होगा तब जाकर के हम जीवन में कुछ अच्छा कर पाएंगे कुछ अच्छा बन पाएंगे युक्त वाक्य को समझाते हुए महाराज श्री ने अपनी वाणी को विश्राम दिया कथा में उपस्थित प्रीति राजकुमार सक्सेना कल्पना राजेश सक्सेना सुनीता विजय अरोड़ा सरीना राजेश राय माथुरजी समस्त भक्तजन श्रद्धालु उपस्थित रहे