मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निरीक्षण में दर्जनों अधिकारी मिले अनुपस्थित
राजेपुर फर्रुखाबाद
स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर प्रदेश सरकार लापरवाही बरतने के मूड में नहीं है।फिर भी लाख कोशिशों के बावजूद सरकारी स्वास्थ्य विभाग सुधरने को तैयार भी नहीं है।राजेपुर स्वास्थ्य केंद्र का हाल और भी बिगड़ा हुआ है।यहां पर सरकारी सुविधाओं के नाम पर खानापूर्ति की जाती है।दूर-दराज से आने वाले मरीजों को हरी लाल पीली नीली गोली देकर टरका दिया जाता है।साफ सफाई के नाम पर कई बार अधिकारियों द्वारा विभाग के कर्मचारियों को चेतावनी दी गई परंतु किसी प्रकार का कोई सुधार नहीं देखा गया।प्रसव केंद्र पर आने वाले मरीजों से धन उगाई की शिकायतें अक्सर आती रहती हैं।इसी क्रम में आज मुख्य चिकित्साधिकारी नें सीएचसी का आकस्मिक निरीक्षण किया| निरीक्षण के समय प्रभारी चिकित्साधिकारी सहित 15 स्वास्थ्य कर्मी गायब मिले| सीएमओ नें कार्यवाही के संकेत दिये।सीएचसी लगभग 9:45 बजे पंहुचे सीएमओ डा.अवनींद्र कुमार ने आकस्मिक निरिक्षण किया| जिसमे प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. मोहम्मद आरिफ सिद्दीकी, डा. एसवी सिंह ,महिला चिकित्सक सोनू सिंह, डा. अमित वर्मा, फार्मासिस्ट आलोक कटियार, स्टाफ नर्स सपना सोमवंशी, आकांक्षा त्रिपाठी, विजय पाल सीपीएम, एचवी नीरज अवस्थी, अंकित पाल लैब टेक्नीशियन, कार्तिकेय सिंह कंप्यूटर ऑपरेटर, सूरज कुमार, धर्मेंद्र कुमार वार्ड बॉय, रोहित कुमार, श्याम हरि, अनुपस्थित मिले| एंबुलेंस के ईएमटी सरोज बाबू के पास ऑर्स पाउडर उपलब्ध नहीं था। दवा के बारे में पूछने पर नहीं दिखा सके| संविदा स्टाफ
नर्स अनामिका लेबर रूम में ड्रेस में नहीं थी| प्रसव कक्ष की व्यवस्था सही नहीं थी| बेडशीट गंदी थी, जिस पर उन्होंने अनामिका पर नाराजगी जाहिर की | ओपीडी में डा. रजत कटियार मरीज देख रहे थे तथा इमरजेंसी में फार्मासिस्ट बीके मिश्रा मौजूद थे। सीएमओ ने बताया कि निरीक्षण में अनुपस्थित कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। संवाददाता -शैलेश कुमार यादव