स्लग:--- इंदौर लालबाग मेले का शुभारंभ श्रीबालीपुरधाम सरकार ने किया।
ऐंकर :-- मनावर धार से हर्षपाटीदार ।
विओ:-- इंदौर लालबाग मेंले का शुभारंभ बालीपुर सरकार ने किया। सर्वप्रथम विशेष अतिथि श्री बालीपुर सरकार के योगेश जी महाराज ,महापौर पुष्यमित्र भार्गव, इन्दौर सांसद शंकर जी लालवानी ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर कुमकुम ,अक्षत से पूजन कर दीप प्रज्वलित किया।श्री योगेश जी महाराज ने " शुभम् करोतु कल्याणम् ,
आरोग्य धन बुद्धि संपदाम्। शत्रु बुद्धि विनाशाय,दीपोर ज्योर्ति नमोस्तुते "।। का मंत्र बोलकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया। ब्राह्मण बालिकाओ ने अतिथियों का चंदन ,पुष्प की माला पहनाकर स्वागत किया गया। पुष्यमित्र भार्गव ने गुरु के संबंध में व्याख्यान दिए, कहा कि के गुरु चैतन्य है ,शाश्वत है, गुरुदेव की महिमा अनंत है। गुरुदेव के चरणों में अभिमान अर्पित कर उनकी कृपा से व्यक्ति सिद्ध हो जाता है। भगवान ने गुरु चरणों को सेवा को तीसरी भक्ति के रूप में प्रस्तुत किया । गुरुदेव के चरणों को ही तीर्थ जल मानती है ।गुरुदेव सेवा के बदले कोई भी सांसारिक, परमार्थिक इच्छा प्रकट नहीं करना चाहिए। गुरू विश्वास रूप अक्षय वट है ।गुरु प्रयाग है ,गंगा है ,कर्म की यमुना और ज्ञान की सरस्वती प्रवाहमान है ।जीवन में ज्ञान ,भक्ति और कर्म का सामंजस्य आवश्यक भी है ।गुरुदेव का ध्यान ,गुरूनाम का जाप कर उनके बातों का अनुसरण करना चाहिए ।गुरु से कुछ याचना करना ही नहीं है। गुरुदेव की सेवा को ही कृपा मानकर उनकी सेवा करना ,गुरु के वचनो मे सूर्य की किरणो की मोहरात्रि के समूलोच्छैदन का सामर्थ्य व शक्ति होती है ।उसमें शब्द और व्याकरण में से बहुत ऊपर का शिरोमणि भाव सीखर होता है । गुरुदेव ने भी अपने भाव व्यक्त किए। इंदौर लालबाग में झूले, सभी प्रकार की दुकाने, खिलौने की दुकाने, धार्मिक महात्माओं के चित्र ,मोर ,कबूतर ,मिट्ठू, चिड़िया, शेर, हाथी , सर्कस,सस्ती शापिंग बच्चो को आकर्षित करा ।इंदौर वासियो ने लाभ लिया। उक्त जानकारी सद्गुरु सेवा समिति के जगदीश पाटीदार ने दी।