कृषि आदान उर्वरक एवं बीज का भण्डारण एवं वितरण कार्य प्रगति पर : NN81

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कृषि आदान उर्वरक एवं बीज का भण्डारण एवं वितरण कार्य प्रगति पर : NN81

04/07/2024 | July 04, 2024 Last Updated 2024-07-04T17:15:24Z
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 *ब्यूरो चीफ अनिल जोशी दुर्ग (छ.ग.)*

*समाचार*


*कृषि आदान उर्वरक एवं बीज का भण्डारण एवं वितरण कार्य प्रगति पर*

 


दुर्ग 04 जुलाई 2024/ जिले में कृषि विभाग द्वारा मौसम खरीफ 2024 में कृषकों को उच्च गुणवत्तायुक्त आदान सामग्री तथा यथा-उर्वरक, बीज एवं कीटनाशक दवाई की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित कराने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है। जिले में इस वर्ष खरीफ 2024 में बीज वितरण का 28696 क्विंटल लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसकी तुलना में अद्यतन निजी एवं सहकारी प्रतिष्ठानों में 33259.21 क्विंटल बीज का भण्डारण किया गया है। भण्डारित बीज में से 32809.86 क्विंटल बीज का वितरण कृषकों को किया जा चुका है। इसी प्रकार इस वर्ष खरीफ 2024 में उर्वरक वितरण का 62300 मि.टन लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसकी तुलना में अद्यतन निजी एवं सहकारी प्रतिष्ठानों में 52317 मि.टन उर्वरक का भण्डारण किया गया है। जिसमें 39312 मि.टन उर्वरक वितरण कृषकों को किया जा चुका है। 

                जिला विपणन अधिकारी से प्राप्त जानकारी अनुसार सहकारी समितियों में मांग अनुसार उर्वरकों का भण्डारण कार्य प्रगतिरत् है। वर्तमान में 2967 मि.टन उर्वरक के आर.ओ. पेंडिंग है, जिसकी आपूर्ति प्रगतिरत् है। उर्वरक का शासन स्तर पर कृषकों के लिए निर्धारित दर प्रति बोरी क्रमशः यूरिया 266.50 रूपए, डी.ए.पी. 1350 रूपए, एन.पी.के. 12ः32ः16-1470 रूपए, एन.पी.के. 20ः20ः0ः13-1200 रूपए, एम.ओ.पी. 1625 रूपए, एस.एस.पी. पाउडर 469 रूपए, एस.एस.पी. दानेदार 510 रूपए जिंकेटेड एस.एस.पी. पाउडर 490 रूपए है। किसान भाइयों से अपील  की गई है कि शासन स्तर से निर्धारित दर पर ही निजी एवं सहकारी प्रतिष्ठानों से उर्वरक का त्वरित गति से उठाव किया जाए ताकि जिले स्तर पर उर्वरक की कमी होने पर जिला विपणन अधिकारी कार्यालय से मांग की जा सके। जिले में वर्तमान में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक भण्डारित है। कृषि विभाग के मैदानी अधिकारियों को ग्राम स्तर पर सतत् भ्रमण करने व निजी एवं सहकारी प्रतिष्ठानों में सतत् निगरानी के निर्देश दिये गये हैं। साथ ही कृषकों की मांग अनुसार तत्काल आदान सामग्रियों का भण्डारण एवं वितरण सुनिश्चित करने कहा गया है।