बोलबम जयकार करते हुए जटगा तुर्रा से जल लेकर अमरकंटक मे स्थित प्रसिद्ध शिव मंदीर के लिए निकल पड़े कावरिया, 120 किलोमीटर कि यात्रा करेंगे भक्त : NN81

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बोलबम जयकार करते हुए जटगा तुर्रा से जल लेकर अमरकंटक मे स्थित प्रसिद्ध शिव मंदीर के लिए निकल पड़े कावरिया, 120 किलोमीटर कि यात्रा करेंगे भक्त : NN81

04/08/2024 | August 04, 2024 Last Updated 2024-08-04T08:11:36Z
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 छत्तीसगढ़ कोरबा

नानक राजपुत

स्लग :- बोलबम जयकार करते हुए जटगा तुर्रा से जल लेकर अमरकंटक मे स्थित प्रसिद्ध शिव मंदीर के लिए निकल पड़े कावरिया, 120 किलोमीटर कि यात्रा करेंगे भक्त।



 सावन का पर्व है जहा भक्तो मे भगवान शिव के लिए श्रद्धा अर्पित हो रहि है जगह जगह से भक्त शिव का दर्शन करने मंदिर मे जुट रहे हैं, कोई भक्त पैदल ही शिव भक्ति मे लीन है तो कोई भक्त अपनी साधन कर मंदिर दर्शन करने जा रहे है, सावन पर्व मे भगवान शिवलिंग पर जल चढ़ाने का विषेस महत्व होता है जहा भक्त अपनी मनोकामना मांगते हैं वही सच्ची श्रद्धा कर मांगी गई कामनाये भगवान पूरी भी करते हैं, कोरबा जिले मे कनकी धाम व पेंड्रा मे अमरकंटक का शिव मंदिर प्रसिद्ध है जहा भगवान शिवलिंग पर जलाभिषेक पूजन अर्चन के लिए कांवरियों की भीड़ लगी रहती है।


पोड़ी उपरोड़ा विकास खंड के भक्त बोलबम के जयकारा के साथ दिनांक 2 अगस्त दिन शुक्रवार को जटगा तुर्रा नामक स्थान से पवित्र जल लेकर अमरकंटक शिव मंदिर के लिए निकले जहा उनकी जगह जगह सेवा कि व्यवस्था कि जा रहि, वही शनिवार दोपहर 12 बजे कोटमी पहुंचकर कावरिया थोड़ा विश्राम किये जहा उनके लिए भक्तो द्वारा नाश्ता व भोजन प्रबंध कि गई, उसके बाद कावरिया डुबटिया पहुचें जहा पर रात्रि विश्राम एवम भोजन की व्यवस्था  दिनेश तिवारी और उनके साथियों द्वारा कावरियो के लिए की गई है। वही रात्रि 3 अगस्त शुक्रवार को रुककर भोजन व भजन कर सुबह 4 /8/24 रविवार को अपने गंतव्य के लिए निकल जायेंगे, वही गौरैला मे दोपहर का भोजन संघ के दाईत्व वान स्वयसेवको के द्वारा  अग्रसेन भवन पर किया गया है, जहा आराम करके कावरिया अपने अगले पड़ाव के लिए नेवसा मंजवानी पहुंच कर वही रात्रि विश्राम एवं भोजन करेंगे, जहा राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के स्वयंसेवक मुकेश के द्वारा अपने निवास में ही सभी कवारियो के लिए व्यवस्था की गई है। इसके बाद 5/08/24 सोमवार को प्रातः अंतिम पड़ाव के लिए कवारिया भक्त कावर लेकर जलेश्वर महादेव मंदिर अमरकंटक के लिए प्रस्थान करेंगे, वहा जल शिव जी में अर्पित करके आरती  प्रसाद पाकर दोपहर को भोजन करके, फिर वहा से अमरकंटक में नर्मदा की के कुंड में डुबकी लगाकर ,और दर्शन पूजन पश्चात अपने अपने घर के लिए प्रस्थान करेंगे। इस पैदल कावर यात्रा मे अनोज, अजय, रमेश, शैलेंद्र, हरिवंश, साहिल, राम, रविंद्र, अभय, मनोहर, मुकेश, शिवम, रवि, ध्रुव, सूरज, आशीष, समीर, प्रशांत, अनुराग, कैलाश, शशांक, नरेश ने शामिल हुए।