स्कूल शिक्षा विभाग की बड़ी उपलब्धि : जेईई एडवांस परीक्षा में शासकीय विद्यालयों के 32 छात्र क्वालीफाई इनमें से 30 छात्र आदिवासी वर्ग से : NN81

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स्कूल शिक्षा विभाग की बड़ी उपलब्धि : जेईई एडवांस परीक्षा में शासकीय विद्यालयों के 32 छात्र क्वालीफाई इनमें से 30 छात्र आदिवासी वर्ग से : NN81

14/02/2025 | फ़रवरी 14, 2025 Last Updated 2025-02-14T05:13:54Z
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 Reported By: Hemant Kumar

Edited By: Abhishek Vyas @abhishekvyas99  


स्कूल शिक्षा विभाग की बड़ी उपलब्धि : जेईई एडवांस परीक्षा में शासकीय विद्यालयों के 32 छात्र क्वालीफाई इनमें से 30 छात्र आदिवासी वर्ग से : 

कांकेर - कलेक्टर श्री निलेशकुमार महादेव क्षीरसागर के मार्गदर्शन में ‘हमर लक्ष्य‘ के तहत जिले में शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। जेईई मेंस प्रथम सेशन में भाग लिए छात्र-छात्राओं में से गत सत्रों के पर्सेंटाइल के आधार पर जिले से 32 छात्रों ने जेईई एडवांस परीक्षा हेतु क्वालीफाई किया है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री अशोक कुमार पटेल ने बताया कि गत सत्र में जेईई के पर्सेंटाईल कम होने पर इन छात्रों की संख्या 75 के आसपास थी, किन्तु इस सत्र में जनरल 93.23 पर्सेंटाइल, ओबीसी 79.676 पर्सेंटाइल, एससी 60.092 एवं एसटी हेतु 46.698 पर्सेंटाइल रहा है। उन्होंने बताया कि जिले में इन 32 छात्रों में से 01 छात्र अन्य पिछड़ा वर्ग, 01 अनुसूचित जाति तथा 30 छात्र अनुसूचित जनजाति वर्ग से है, जिनमें जेईई में 07 बालिका एवं 25 बालक कुल 32 छात्रों का क्वालीफाइड हैं। ये सभी छात्र जिले के विभिन्न शासकीय विद्यालयों में अध्ययनरत हैं, जिसमें 05 छात्र प्रयास के और शेष 27 छात्र शासकीय हायर सेकण्डरी विद्यालयों के हैं।

जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि इसमें से अधिकतर छात्र गरीब, मजदूर एवं किसान परिवार से हैं, तो कई छात्रों के माता-पिता मनरेगा में मजदूरी करते हैं। इनकी आजीविका का साधन वनोपज है फिर भी इनके बुलंद हौसलों ने बड़ी सफलता दिलाई। उन्होंने बताया कि शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय अंतागढ़ के हरेन्द्र कुमार वटटी ने 80.48 अंक प्राप्त किया है। इसी तरह शासकीय पीएमश्री अंग्रेजी माध्यम विद्यालय नरहरपुर में अध्ययनरत आदिवासी छात्र हिमांशु कुंजाम ने 80 प्रतिशत, जीत कुमार वटटी ने 74 प्रतिशत प्राप्त किए हैंं, इन दोनां के माता पिता कृषि मजदूरी का कार्य करते हैं। इसी तरह शासकीय उमावि तुड़गे की छात्रा कु. राखी नरेटी ने 76.92 अंक, शासकीय पीएमश्री उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय दुर्गूकोंदल की कु. पूजा पोया ने अपनी छह बहनों में पांचवीं नम्बर की हैं जिन्हांने 66.30 प्रतिशत, प्रयास अवासीय विद्यालय से कु. संध्या मरकाम ने 68.89 प्रतिशत, सेजेस अमोड़ा से तरूण कुमार उयके ने 66.29, प्रयास की खुशबू धनेलिया 66.29, शासकीय उमावि गिरहोला के चैतन्य नागवंशी 62.554, शासकीय उमावि कुर्री से किशोर मंडावी 59.86 प्रतिशत तथा पीएमश्री अंग्रेजी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय अंतागढ से 02 छात्र उदित देहारी 55.20 और लक्ष्य परते 46.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर इस तरह जिले से 32 छात्रों ने क्वालीफाई किया है। जिले में कम से कम 05 छात्र ऐसे हैं जिनका चयन एनआईटी में होना संभावित है।


जिले के इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के शानदार प्रदर्शन पर कलेक्टर श्री क्षीरसागर एवं जिला पंचायत के सीईओ श्री हरेश मण्डावी ने इन बच्चों एवं इनके शिक्षकों व पालकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी

जिला शिक्षा अधिकारी ने यह भी बताया कि जेईई एडवांस क्वालीफाई करने वाले छात्रों को एसटी संवर्ग को बोर्ड कक्षा अर्थात 12वीं में 65 प्रतिशत या अधिक अंक लाना आवश्यक होता है। जेईई क्वालीफाई करने वाले छात्रों में क्र्रमशः अंतागढ़ से 05, भानुप्रतापपुर से 07, चारामा से 03, दुर्गूकोंदल से 04, कांकेर से 07 जिसमें प्रयास के 05 एवं शास उमावि मुरडोंगरी से 02 छात्र भी सम्मिलित है, नरहरपुर से 06, कुल 32 छात्रों ने जेईई एडवांस परीक्षा के लिए क्वालीफाई किया है। जिले के इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के शानदार प्रदर्शन पर कलेक्टर श्री क्षीरसागर एवं जिला पंचायत के सीईओ श्री हरेश मण्डावी ने इन बच्चों एवं इनके शिक्षकों व पालकों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है। साथ ही इन बच्चों के अलावा मेडिकल नीट परीक्षा हेतु भी बच्चों को प्रवेश फार्म भराने के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी को दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि हमारा जिला लगातार अच्छे प्रदर्शन कर रहा है चाहे जवाहर नवोदय प्रवेश परीक्षा हो या एनएमएमएससी छात्रवृत्ति परीक्षा जिसमें गत वर्ष 524 छात्र चयनित हुए और अब जेईई एडवांस हेतु 32 बच्चों का चयन होना हर्ष का विषय है। साथ ही 25 फरवरी 2025 के पूर्व जेईई द्वितीय सेषन हेतु पंजीयन कराने पर जोर दिया है। जेईई प्रवेष परीक्षा हेतु शुल्क की प्रतिपूर्ति जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। इसके लिए प्राचार्य एवं एक नोडल व्याख्याता को ही उपरोक्त प्रक्रिया करने के लिए निर्देशित किया है।