Reported By: Ayush Tripathi
झाँसी के एरच डिफेंस कॉरिडोर को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना पर किया जाये पुनर्विचार: योगेश त्रिपाठी:
झाँसी के एरच डिफेंस कॉरिडोर को बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे से लिंक एक्सप्रेसवे के माध्यम से जोड़ने की सरकार की एक महत्वपूर्ण योजना सामने आई है, प्रारंभिक योजना के अनुसार,यह मार्ग बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे के राठ चेंजओवर से होकर गरौठा,गुरसराँय और बामौर के पास से गुजरते हुए एरच डिफेंस कॉरिडोर से जोड़ा जाना था,यह मार्ग न केवल क्षेत्र के विकास में सहायक होता बल्कि झांसी और चित्रकूट नॉड के बीच की दूरी को भी कम करता,जिससे आवागमन सुगम होता और लॉजिस्टिक्स पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता,किन्तु अब सरकार ने इस योजना में बदलाव कर इसे राष्ट्रीय राजमार्ग 27 (NH-27) के समानांतर बनाने का निर्णय लिया है,जिससे क्षेत्र को कोई ठोस लाभ नहीं मिलेगा,सहकार भारती के निवर्तमान जिलाध्यक्ष एवं गरौठा क्षेत्र के युवा नेता योगेश त्रिपाठी अजनेरी ने उ•प्र• के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्राचार कर इस पर पुनर्विचार करने के लिये अनुरोध किया,योगेश अजनेरी ने बताया कि यदि यह मार्ग गरौठा होकर बनाया जाता,तो झांसी जिले के सबसे पिछड़े क्षेत्रों को विकास का एक बड़ा अवसर मिलता,गरौठा और उसके आसपास के ग्रामीण अंचल अभी भी बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझ रहे हैं, यदि इस मार्ग को पूर्व निर्धारित योजना के अनुसार बनाया जाता,तो स्थानीय आबादी को बेहतर यातायात सुविधाएं,व्यापारिक अवसर और समग्र आर्थिक विकास का लाभ मिलता,गरौठा के युवा नेता ने सरकार से आग्रह करते हुये निम्न बिन्दुओं को अंकित कर पर भी मांग कर
1. इस परियोजना पर पुनर्विचार कर इसे पूर्व प्रस्तावित मार्ग—गरौठा, गुरसरांय और बामौर के पास से होते हुए एरच डिफेंस कॉरिडोर नोड से जोड़ा जाए। इससे झांसी के पिछड़े क्षेत्रों को भी समान रूप से विकास का लाभ मिलेगा और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे की उपयोगिता भी बढ़ेगी।
2.यदि सरकार NH-27 के समानांतर नया मार्ग बनाने पर ही विचार कर रही है, तो इससे बेहतर होगा कि NH-27 को ही अपग्रेड कर उसका विस्तार छह लेन तक किया जाए और उसे सीधे एरच नोड से जोड़ दिया जाए, जिससे मौजूदा अवसंरचना का अधिकतम उपयोग हो सके और अतिरिक्त भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता भी कम हो।
3.इस परियोजना में बदलाव कर समानांतर मार्ग बनाने से जनता के करोड़ों रुपये का नुकसान होगा,जो करदाताओं की गाढ़ी कमाई है,यह केवल आर्थिक नुकसान नहीं बल्कि झांसी और आसपास के पिछड़े क्षेत्रों के विकास की गति में अवरोध भी है और इस निर्माण का कोई औचित्य नहीं है।
गरौठा क्षेत्र के युवा नेता योगेश अजनेरी ने कहा कि सरकार से अपेक्षा है कि जनता के हित को सर्वोपरि रखते हुए इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए और विकास को समान रूप से वितरित किया जाए।