दिनांक: [31/05/2025]
स्थान: ग्राम पंचायत पतोरा, पाटन, जिला दुर्ग (छ.ग.)
पाटन क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षों से तेजी से फैल रही अवैध प्लॉटिंग पर चिंता व्यक्त करते हुए ग्राम पतोरा के सरपंच श्री भुनेश्वर साहू ने दुर्ग कलेक्टर के नाम पर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), पाटन को एक लिखित आवेदन सौंपा। यह मांग समाधान शिविर के दौरान की गई, जिसमें सरपंच ने क्षेत्र की जमीनी स्थिति से प्रशासन को अवगत कराया।
सरपंच श्री साहू ने बताया कि ग्राम पतोरा सहित आसपास के गांवों — सेलूद, फुंडा, मोतीपुर, सांकरा, पाहंदा आदि — में ज़मीन दलालों द्वारा अवैध रूप से कृषि भूमि को काटकर प्लॉटिंग की जा रही है। इस प्रक्रिया में न तो राजस्व विभाग की अनुमति ली जा रही है, न ही किसी प्रकार की योजना का पालन किया जा रहा है। इसके चलते किसानों को खेती करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, खासकर जब सिंचाई नालियों को अवरुद्ध कर दिया गया है।
सरपंच ने यह भी बताया कि यह प्लॉटिंग मुख्यतः दुर्ग-पाटन मुख्य मार्ग के किनारे बड़े पैमाने पर हो रही है, जिसकी जानकारी के बावजूद भी संबंधित अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है। यह स्थिति न केवल कृषि कार्य को प्रभावित कर रही है, बल्कि आम जनता को भ्रमित कर अव्यवस्थित कॉलोनियों में ज़मीन बेचने का एक ठगी चक्र सक्रिय हो गया है।
अवैध कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाओं — सड़क, बिजली, पानी, नाली — का घोर अभाव है, और जमीन खरीदने वाले नागरिक बाद में पंचायत और प्रशासन से इन सुविधाओं की मांग करते हैं। यह न केवल ग्रामीण विकास के लिए बाधा है, बल्कि शासन के नियमों की खुली अवहेलना है।
ग्राम पंचायत पतोरा द्वारा प्रशासन से मांग की गई है कि:
अवैध प्लॉटिंग में संलिप्त व्यक्तियों के विरुद्ध तत्काल सख्त कार्यवाही की जाए।
कृषि भूमि के अवैध नामांतरण व प्रमाणीकरण की जांच कर संबंधित अधिकारियों पर जवाबदेही तय की जाए।
किसानों की सिंचाई व्यवस्था को बहाल करते हुए नालियों को पुनः चालू किया जाए।
ग्रामीणों को जागरूक करने हेतु जन अभियान चलाया जाए।
ग्राम पंचायत ने आशा जताई है कि प्रशासन जल्द ही इस गंभीर समस्या पर ठोस कदम उठाएगा और ग्रामीणों के हितों की रक्षा सुनिश्चित करेगा।