बबीना (झांसी), 26 जुलाई।
बबीना क्षेत्र के लोग बीते 12 घंटे से अधिक समय से बिजली संकट से जूझ रहे हैं, लेकिन न तो कोई जनप्रतिनिधि ध्यान दे रहा है और न ही प्रशासन की ओर से कोई ठोस पहल होती नजर आ रही है। 25 जुलाई की रात 8:00 बजे से क्षेत्र की बिजली आपूर्ति पूरी तरह ठप है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बिजली विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में हर बार 'हासरी से लाइन ट्रिप' का बहाना बनाकर पल्ला झाड़ लिया जाता है, जबकि हकीकत यह है कि लाइन रिपेयरिंग के नाम पर घंटों का खेल चलता है, पर समाधान नहीं निकलता।
क्षेत्र में समय-समय पर विद्युत समाधान शिविर तो लगाए जाते हैं, लेकिन उनका मकसद मात्र राजस्व वसूली तक ही सीमित नजर आता है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि जब पूरा क्षेत्र बिजली जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित है, तो फिर बिल और लाइट चार्ज किस बात का वसूला जा रहा है?
बिजली न होने के कारण न केवल बरसात गर्मी और पानी की भारी समस्या बनी हुई है, बल्कि छात्रों की पढ़ाई, बीमार लोगों की परेशानी, और व्यवसायियों का कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।
स्थानीय लोगों की यह भी शिकायत है कि जब सरकार ही जनता को उनकी मूलभूत सुविधाएं जैसे बिजली, पानी और सुरक्षा तक देने में असमर्थ है, तो फिर उसे "सरकार" कहें या सिर्फ एक कंपनी, जो सिर्फ वसूली के लिए बैठी है?
बबीना की जनता अब पूछ रही है कि
> "कब तक बिजली विभाग का 'रिप का खेल' चलेगा, और कब तक जनप्रतिनिधि खामोश बैठेंगे?"
(बबीना झांसी) (संवाददाता आरिफ मंसूरी)