रिपोर्ट अमन खान इंकलाबी
इधर क्षेत्रीय,विधायक मोहन शर्मा ने अधिकारियों को दिए जांच के निर्देश, जनप्रतिनिधियों की मांग – बिल्डिंग को ध्वस्त कर बनाया जाए नया भवन
बोड़ा:- पचोर रोड स्थित शासकीय अनुसूचित जाति सीनियर बालक छात्रावास बोड़ा की बिल्डिंग इन दिनों जानलेवा स्थिति में पहुंच गई है, लेकिन इसके बावजूद प्रशासन ने जर्जर ढांचे की मरम्मत शुरू कर दी है।
सिनियर बालक छात्रावास अभी किराए की बिल्डिंग में पचोर रोड़ पर बालाजी ग्रेनाइट के पास संचालित हो रहा हे। किराए के भवन में संचालित छात्रावास में
सभी सुविधाएं उपलब्ध है।
जानकारी के अनुसार, यह छात्रावास भवन 35 वर्ष पूर्व निर्मित हुआ था, लेकिन पूर्व समय में निर्मित इस भवन में कोई बीम-कॉलम नहीं डाला गया। दीवारों में गहरी दरारें हैं और छत इतनी कमजोर हो चुकी है कि कभी भी गिर सकती है।
अब प्रशासन द्वारा मरम्मत के नाम पर केवल छत को हटाकर नई छत डालने का काम ठेकेदार द्वारा किया जा रहा है, जबकि दीवारें भी पूरी तरह से कमजोर और दरारों से भरी हैं। विशेषज्ञों और स्थानीय नागरिकों का मानना है कि यह आधी अधूरी मरम्मत भविष्य में बड़ा हादसा बन सकती है।
छात्रावास में बच्चों की हालत दयनीय
छात्रावास में न तो पर्याप्त पीने का पानी है, न स्वच्छ टॉयलेट, और न ही बिजली और जल निकासी की समुचित व्यवस्था। गर्मियों में हैंडपंप सूख जाता है और बारिश में परिसर में 2 फीट तक पानी भर जाता है। पिछले हिस्से में सालभर कीचड़ और गंदगी का अंबार रहता है।
खबर प्रकाशित होने के बाद शुरू हुई मरम्मत, लेकिन समाधान अधूरा
5 सितंबर को दैनिक समाचार पत्र में “बोड़ा छात्रावास बिल्डिंग जर्जर, जिम्मेदार नहीं दे रहे ध्यान” शीर्षक से खबर प्रकाशित हुई थी। इसके बाद प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए मरम्मत का टेंडर जारी किया, लेकिन जर्जर दीवारों पर नई छत डालना खतरे से खेलने जैसा है।
मीडिया प्रभारी और जनप्रतिनिधियों की मांग – नई बिल्डिंग बने
इस गंभीर विषय को लेकर राजगढ़ जिला मीडिया प्रभारी ओमप्रकाश राठौर ने कहा –
> “यह भवन अब रहने लायक नहीं रहा। मरम्मत से समाधान नहीं निकलेगा। सरकार का पैसा व्यर्थ जाएगा। बिल्डिंग को पूरी तरह ध्वस्त कर नई बिल्डिंग का निर्माण आवश्यक है।”
विधायक मोहन शर्मा ने दिए जांच के निर्देश
इस मामले पर जब नरसिंहगढ़ विधायक श्री मोहन शर्मा से बात की गई, तो उन्होंने तत्परता दिखाते हुए डी.ओ. निशा जैन को तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए और कहा –
> “छात्रावास की स्थिति अत्यंत जर्जर है, इसे तोड़कर नई बिल्डिंग बनाई जाए।”
जनता की एकजुट मांग – बच्चों की सुरक्षा से न हो समझौता
बोड़ा के जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन और स्थानीय नागरिकों ने शासन से मांग की है कि छात्रों की जान जोखिम में डालने के बजाय, संपूर्ण नवीन छात्रावास भवन का निर्माण कराया जाए।