संवाददाता,कृष्णा कुमार
सूरजपुर छत्तीसगढ़/सूरजपुर की संयुक्त संवेदना समिति मानवता के लिए मिसाल है। ये समिति ना सिर्फ आर्थिक मदद देकर दिवंगत शिक्षक परिवार को आर्थिक संबल दे रही है, बल्कि उनके सुख दुख में भागीदार भी बन रही है। समिति के सदस्य राजेश दुबे ने बताया कि 2018 में शिक्षाकर्मी से शिक्षक पद पर संविलियन हुवे शिक्षकों की आर्थिक स्थिति, बढ़ती उम्र के साथ जिम्मेदारियों के बोझ तले सिमट कर रह गई है ऐसे में किसी शिक्षक की मृत्यु पर उसके परिवार को आर्थिक, मानसिक त्रासदी का सामना करना पड़ता है ।
संयुक्त शिक्षक संघ सूरजपुर के जिला अध्यक्ष सचिन त्रिपाठी की अनोखी मानवीय सोच के साथ जिले के शिक्षकों के दिवंगत शिक्षको के परिवार को संवेदना व्यक्त करने एक योजना प्रारम्भ करने का निर्णय लिया, जिसके अंतर्गत 500 रुपये की वार्षिक सदस्यता राशि देते हुवे समिति में शामिल किसी भी शिक्षक की मृत्यु होने पर उनके परिवार को एक लाख रुपये की संवेदना राशि प्रदान करते हुवे उसके लंबित सत्वों के त्वरित भुगतान सहित आश्रित को अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त करने में सहायता की जाती है। अभी तक इस योजना के तहत 20 शिक्षक परिवारों को एक - एक लाख की संवेदना राशि दी जा चुकी है।
इसी परिपेक्ष्य में आज शा. प्रा. शा. खोरहरी जोर विकासखण्ड - ओड़गी के दिवंगत शिक्षक बलजीत सिंह स. शि. (एल. बी.) की पत्नी श्रीमती भोली पैकरा को आकस्मिक स्वर्गवास हो जाने के बाद समिति के सदस्यों ने उनके गृह ग्राम पकनी में उपस्थित होकर दिवंगत शिक्षक को श्रद्धांजलि देते हुवे दो मिनट का मौन धारण किया और उनकी पत्नी को ग्राम के वरिष्ठ समाजसेवी सुरेश कुमार अग्रवाल जी के हाथों “एक लाख रुपये” की संवेदना राशि प्रदान की।
समिति के ब्लॉक संचालक ओड़गी मो. महमूद और ब्लॉक संचालक भैयाथान सुरेन्द्र दुबे ने इस योजना की और जानकारी देते हुवे बताया कि वर्ष 2021 से प्रारम्भ इस योजनांतर्गत अब तक सूरजपुर जिले से“दो हजार से अधिक " शिक्षकों ने सदस्यता ग्रहण कर ली है और बीस दिवंगत शिक्षकों के आश्रितों को संवेदना राशि प्रदान की गई है। पकनी में संयुक्त संवेदना राशि का चेक प्रदान करने में राकेश शुक्ला, गिरवर यादव, राधेश्याम साहू, मनोज कुशवाहा, धीरेंद्र सिंह, महेश पैकरा, मनोहर गुप्ता, मो.महमूद, सुरेन्द्र दुबे, राजेश प्रसाद दुबे, भुवनेश्वर सिंह, राजेश कुमार जायसवाल, रामज्ञान सिंह, रामशरणसिंह, हरिकेश्वर पैकरा, शंकर प्रसाद जायसवाल, घनश्याम अग्रवाल, राम शरण सिंह, शिव प्रसाद पैकरा, सोबरन राजवाड़े, चन्द्र प्रकाश कुजुर, राजेश पैकरा, मलय कुमार कर्ष, विजेंद्र देवांगन, श्रीमती बोलावती पैकरा, सुनिति कुशवाहा, कु. चन्द्र किरण पटेल सहित अन्य साथी उपस्थित थे।