संवाददाता कृष्णा कुमार
सूरजपुर छत्तीसगढ़/सूरजपुर जिले के घुई वन परिक्षेत्र अंतर्गत परमेश्वरपुर के जंगल में एक दुखद घटना ने ग्रामीणों को झकझोर दिया है। जंगल में झोपड़ी बनाकर अकेले रह रहे 61 वर्षीय रामदेव भगना कोड़ाकू को जंगली हाथियों ने कुचलकर मार डाला। गुरुवार सुबह फुटू और खुखड़ी बीनने गए ग्रामीणों ने रामदेव का शव झोपड़ी से कुछ दूरी पर पड़ा देखा। शव की स्थिति से अनुमान है कि यह हमला दो से तीन दिन पहले हुआ। ग्रामीणों ने वन विभाग की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए कहा कि समय पर मुनादी और निगरानी होती तो शायद यह हादसा टल सकता था।बहरहाल रामदेव की मौत के बाद ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ गुस्सा है। उनका कहना है कि अगर विभाग ने पहले से ही हाथियों की गतिविधियों पर नजर रखी होती और लोगों को जागरूक किया होता, तो यह हादसा न होता। वन विभाग ने प्रभावित परिवार को नियमानुसार मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू की है, लेकिन ग्रामीणों ने मुआवजे के साथ-साथ हाथियों को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की है। इसके साथ ही वन विभाग से अपील की गई है कि जंगल में अकेले रहने वालों की पहचान कर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर लाया जाए और हाथियों की निगरानी के लिए विशेष टीमें गठित की जाएं।