लक्ष्मण रैकवार की रिपोर्ट
तेंदूखेड़ा---- आज कल के लोगो को जहा खाली जमीन देखी वहां तत्काल कब्जा कर लिया जाता है फिर चाहे जमीन वन विभाग की हो या राजस्व विभाग की लोगो को इसकी परवाह नही होती हैं।ऐसा ही कब्जा तेंदूखेड़ा से 20 किलोमीटर दूर तेजगढ़ वन परिक्षेत्र की ग्राम केवलारी उपाध्याय में कई लोगो ने कई एकड़ जमीन पर देखने को मिला है जहाँ पर लोगो ने सेकड़ो की तादाद में बड़े बड़े पेड़ो को काटकर वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर उसमें खेती कर रहे हैं ।जहां सरकार लाखो रुपये खर्च कर खाली पड़ी वन भूमि पर प्लान्टेशन बनाकर उसमें हजारो की तादाद में पौधे लगवा रही है वही वन कर्मियों की लापरवाही से सेकड़ो पेड़ कट जाते हैं और वन विभाग कुछ नही कर पाता है।यह अतिक्रमण कई वर्षों से है मगर कई सामाजिक संगठनों ने आरोप लगाए हैं कि वन विभाग की मिली भगत से यह अतिक्रमण होना सम्भव हुआ है, बिना वनकर्मियों की मिलीभगत से वन भूमि का एक पत्ता भी नही हिल सकता है।जिन लोगो ने अतिक्रमण किया है उन्होंने अपनी फसल की सुरक्षा के लिए झटका तार की फेंसिंग लगाई है जो बेहद ही खतरनाक होती है।किसानों के द्वारा एक प्रकार का तार लगाया जाता है निसमे कम फ्रीक्वेंसी का करंट दौड़ता है जिसके सम्पर्क में आते ही मवेशी गम्भीर रूप से घायल अथवा मर भी जातेहैं।ओर यह जँगल में यह मवेशियों एवं वन्य प्राणियों के लिये मोत का सामान लगा हुआ है,जिस पर अभी तक कोई कार्यवाही नही की गई, और जहाँ यह तार लगा हुआ है वही पर एक तालाब बना हुआ है जिसमे मवेशी एवं वन्य जीव पानी पीने को आते हैं और वन्य जीव झटका तार के सम्पर्क में आते हैं घायल अथवा मर भी जाते हैं।जहाँ सरकार कडोरो रुपये खर्च कर अभ्यारण्य बनाकर उसमें वन्य प्राणियों का सरंक्षण कर रही है वही उनकी संख्या बड़ा रही है लेकिन तेजगढ़ वन परिक्षेत्र के अधिकारी और कर्मचारियों की मिलीभगत से कई लोगो के द्वारा फसल की सुरक्षा का हवाला देकर झटका तार लगाकर इन वन्य प्राणियों की संख्या को कम किया जा रहा है।गोर करने वाली बात यह है की इसके बारे में रेंजर डिप्टी रेंजर बीटगार्ड चोकीदार को पता है मगर आज तक किसी ने कोई कार्यवाही नही की सभी लोगों के द्वारा अपने कर्तव्य को ईमानदारी से नही निभाया गया।पर्यावरण प्रेमियों ने शासन से निवेदन किया है कि इस प्रकार के अतिक्रमण को एवं झटका तार को तुरंत अलग किया जाए एवं बिट गार्ड तथा डिप्टी रेंजर पर तत्काल कार्यवाही हो।
उप वन मण्डल अधिकारी प्रतीक दुबे एवं डिप्टी रेंजर नेक नरायण खरे ने बताया कि हम दिखवाते है