जनपद इटावा | जिला अस्पताल, जो अक्सर विवादों और लापरवाही के कारण अक्सर सुर्खियों में रहता है, एक बार फिर से स्वतंत्रता दिवस पर चर्चा में है। शुक्रवार सुबह 9:12 बजे, *स्वतंत्रता दिवस* समारोह के मौके पर जब पूरा स्टाफ ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल हो रहा था, उसी समय अस्पताल की *इमरजेंसी में डॉ. विकास राजपूत बनियान और चड्डा पहनकर* अपनी गाड़ी से पहुंचे। औऱ उन्होंने फिंगर मशीन पर उपस्थिति दर्ज की और तुरंत घर बापस लौट गए।
जब पत्रकारों ने उनसे झंडारोहण में शामिल न होने का कारण पूछा, तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।
सूत्रों के अनुसार, डॉ. विकास राजपूत *निजी अस्पताल भी संचालित* करते हैं और सरकारी वेतन लेने के बावजूद आराम से निजी प्रैक्टिस कर रहे हैं।
*सीएमएस डॉ. परितोष शुक्ला* ने बताया कि स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम बड़े हर्षोल्लास से मनाया गया और सभी स्टाफ ने भाग लिया।
*डॉ. विकास राजपूत के मामले में उन्होंने कहा—*
"वीडियो में जो दिख रहा है वह बिल्कुल गलत है। इस मामले में टीम गठित कर जांच कराई जा रही है और रिपोर्ट के आधार पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। एक डॉक्टर का इस तरह अस्पताल में आना गंभीर लापरवाही है।"
रिपोर्ट विपिन कुमार