प्रदीप बैरागी झारडा
जिला उज्जैन
श्री राम मंदिर कुमावत समाज झारडा में प्रतिवर्ष अनुसार श्रावण मास में विगत 116 वर्षों से निरंतर होती आ रही भागवत कथा में वर्तमान भागवता चार्य पंडित मधुसूदन जी दीक्षित ने श्री कृष्ण जन्मोत्सव के पावन अवसर पर कहां
तत्कालीन भारत
में आतंक के पर्याय बने दुर्दांत राक्षसों को, जिन्होंने निर्दोष शिशुओं की हत्याएं की, गांवो को जलाया/ गोवंश को नष्ट किया/ मंदिरों को नष्ट किया/ सनातन जीवन जीने वाले समाज को यातनाएं दी/ महिलाओं पर अत्याचार किए/ धर्म ग्रंथो को जलाया/ ऐसे समस्त आतंकियों राक्षसों को श्री कृष्ण ने चुन चुन कर मौत के घाट उतारा
श्री कृष्ण ने गोधन अवलंबित प्राकृतिक जीवन दायिनी अमृत अन्न उप जाने वाली कृषि प्रणाली की स्थापना की/ स्वयं गायों के चरवाहे बने/ अग्नि को पीकर वन संपदा की रक्षा की कदम पर बैठकर देश में सुख शांति व चैन की बांसुरी बजाई/
प्रस्तोता = प्रदीप बैरागी, झारड़ा