*धार पीथमपुर इंडोरामा में छठ पर्व पर सूर्य देव की पुजा की*
धार जिला ब्यूरो चीफ महेश सिसोदिया
धार- पीतमपुर इंडोरामा हिंदू मान्यताओं के अनुसार यह त्यौहार महापर्व के रूप में मनाया जाता है यह पर्व कार्तिक शुक्ल पक्ष की छठी को छठ पूजा का त्यौहार रहता है इस दिन डूबते सूर्य देव को अधर्य दिया जाता है सूर्य देव की पूजा अर्चना की जाती यह पर्व सभी धर्म की महिलाएं बड़े उत्साह के साथ मनाती है।
छठ पूजा का इतिहास बिहार से जुड़ा है द्रौपदी ने अपने पति के अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर जीवन के लिए छठ का व्रत रखा था जब पांडव सारा राजपाठ जुए में हार गए थे तब द्रौपदी ने छठ व्रत रखा था इस वर्ष से उनकी मनोकामना पूरी हुई थी और पांडवों को सबकुछ हारा हुआ वापस मिल गया था।
छठ पूजा का यह पर्व मुख्य रूप से सूर्य उपासना के लिए किया जाता है ताकि पूरे परिवार पर उनका आशीर्वाद बना रहे साथ ही व्रत संतान के सुखद भविष्य के लिए भी किया जाता है मान्यता है की छठ का व्रत करने से निःसंतान को संतान की प्राप्ति होती है और सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है।