*सत्संग में संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताया गया है कि परमधाम सतलोक ही है इसी को अविनाशी लोक भी कहते हैं*,
गुना जिले से गोलू सेन की रिपोर्ट
जिला गुना के बमोरी तहसील के मुरादपुर चक में संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयायियों ने एलईडी के माध्यम से एक दिवसी तहसील स्तरीय सत्संग का आयोजन किया गया है, टीवी एलईडी के माध्यम से सत्संग करते हुए संत रामपाल जी महाराज ने बताया है कि हम सब आत्माओं का परमधाम सतलोक है वहां पूर्ण परमात्मा कबीर जी सुशोभित सिंहासन पर विराजमान है और कबीर साहेब,ही,सर्वश्रेष्ठ रचना हार है सतलोक का कभी विनाश नहीं होता है वही अमरधाम है सतलोक सिर्फ कबीर भगवान की भक्ति करके ही प्राप्त कर सकते हैं और कबीर भगवान की भक्ति मिलती है तत्वदर्शी संत के माध्यम से गीता अध्याय 4 शोक 34 नंबर में कृष्ण भगवान अर्जुन से कहते हैं कि हे अर्जुन उस परमधाम की जानकारी किसी तत्वदर्शी संत से पूछ उसे तत्वदर्शी संत को निष्कपट भाव से अभिमान छोड़कर दंडवत प्रणाम कर फिर तुझे वह तत्व ज्ञान का उपदेश करेंगे फिर तुझे वह परमधाम सतलोक प्राप्त हो जाएगा जा जाने के बाद साधक फिर लौटकर संसार में नहीं आते हैं तहसील सेवादार राम प्रसाद दास के द्वारा बताया गया है की बमोरी तहसील में संत रामपाल जी महाराज जी की संगत हजारों की संख्या में जो कि संत रामपाल जी से प्राप्त ज्ञान के आधार पर एक सादा जीवन व्यतीत करते हैं ना किसी प्रकार का नशा करते हैं ना ही किसी प्रकार का आडंबर करते हैं रामपाल जी महाराज जी की शिक्षाओं पर चलकर अपने बेटा बेटियों का बिना दहेज शादी विवाह करते हैं सतगुरु देव जी के बताएं मार्ग पर चलकर 17 मिनट की असुर निकंदन रमैनी के माध्यम से ब्याव रचा लेते हैं जो की सर्व सुख होता है कभी किसी प्रकार का दोनों पक्ष में कोई मनमुटाव नहीं होता है क्योंकि दोनों ही पक्ष गुरुजी के ज्ञान आधार पर चलकर अपना जीवन व्यतीत करते हैं संत रामपाल जी महाराज से उपदेश प्राप्त भगत ना ही किसी प्रकार की लुट कसोट, करते हैं