*समस्त छात्रों से अनुरोध छात्रवृत्ति से संबंधित समस्या के समाधान पर जारी किए गए नंबर 6209972179 पर छात्र ना भेजें एक भी रुपया*,
*कॉलेज में छात्रों के साथ हो रही ऑनलाइन ठगी व छात्राओं के साथ छेड़खानी घटनाओं पर कॉलेज प्रशासन मौन, उक्त समस्याओं पर छात्र संगठन AIDSO ने सौंपा पुलिस अधीक्षक और जिला कलेक्टर को ज्ञापन*
आज छात्र संगठन AIDSO पीजी कॉलेज इकाई के द्वारा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन दिया गया , ज्ञापन के माध्यम से छात्रों ने मांग की कि छात्रवृत्ति से संबंधित सहायता के लिए महाविद्यालय के नाम से जारी किए गए नंबर 6209972179 को अविलंब बंद किया जाए व उक्त व्यक्ति पर ठोस कार्यवाही की जाए ।
ज्ञापन के माध्यम से अपनी बात रखते हुए AIDSO पीजी कॉलेज अध्यक्ष देवेन्द्र सेन ने बताया कि "महाविद्यालय में अध्यनरत छात्र-छात्राएं काफी लंबे समय से छात्रवृत्ति और आवास योजना की राशि न मिलने की समस्या से जूझ रहे हैं। ऐसे में कुछ दिनों पहले 9 जनवरी 2024 को महाविद्यालय की सूचना पटल पर महाविद्यालय प्रशासन द्वारा एक मोबाइल नंबर जारी किया गया था । मो. नं. 6209972179 उक्त मोबाइल नंबर को एन आई सी भोपाल का व्हाट्सएप नंबर बताया जाता है। सूचना पटल पर चस्पा नोटिस में यह निर्देश दिए जाते हैं कि ‘जिन छात्रों की छात्रवृत्ति अभी तक नहीं आई है वह सभी अपना आवेदन क्रमांक इस नंबर पर व्हाट्सएप करें’ छात्र ठीक वैसा ही करते हैं लेकिन उक्त नंबर द्वारा छात्रों को तकनीकी समस्या बताकर उनसे पैसे वसूले जाते हैं किसी से 260/– किसी से 360/– रुपए ,किसी से और ज्यादा की डिमांड भी की जाती है। जिसे उक्त नंबर संचालक एक क्यूआर कोड के माध्यम से छात्रों से प्राप्त कर रहा है जिसमें नाम आ रहा है "दिलीप मीणा"! साथ ही साथ उक्त नंबर संचालक द्वारा ऑनलाइन वेरीफिकेशन के नाम पर छात्राओं के पास अश्लील वीडियो भेजे जाते हैं तथा उन्हें बार-बार वीडियो कॉल करके परेशान किया जाता है। फोन लगा करके भी गालियां दी जाती हैं। यह अभी भी जारी है।
दूर दराज गांव से शहर में पढ़ने आने वाली कई छात्राएं झिझक और डर के मारे इस बात को अपने घर वालों को भी नहीं बता पाया। मामला जब हद से बढ़ गया तब उन्होंने कॉलेज में सहपाठियों को बताने की हिम्मत जुटा पाई। समाज में व्याप्त इस तरह की घटना के पीछे छात्राओं या लड़की की ही गलती बताने की मानसिकता के कारण भी ऐसा हुआ।
यह है कि उक्त मामले की तुरंत सूचना महाविद्यालय प्रशासन में प्राचार्य महोदय को छात्रों के द्वारा संगठित और असंगठित दोनों रूपों में दी जा चुकी है। लेकिन महाविद्यालय प्रशासन से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उक्त नंबर संचालक के संबंध में कार्यवाही तो दूर की बात रही उन्होंने एक नोटिस भी निकालना जरूरी नहीं समझा। प्राचार्य को ज्ञापन देने के ठीक-था दिन बाद 26 जनवरी को कॉलेज द्वारा संचालित व्हाट्सएप समूहों में वह नंबर फिर से डाला जाता है किंतु तब भी प्रशासन कोई कार्यवाही नहीं करता है। इसीलिए आज हमने पुलिस अधीक्षक महोदय और कलेक्टर महोदय को उक्त संबंध में अवगत कराया है उसके बाद पुलिस अधीक्षक महोदय ने आश्वासन दिया है कि वह इस फर्जी नंबर की शिनाख्त करेंगे और आरोपी के खिलाफ कार्यवाही करेंगे। साथ ही जिला प्रशासन द्वारा तुरंत कॉलेज प्राचार्य से बातचीत कर उक्त मामले के संबंध में कॉलेज प्रशासन स्वयं के द्वारा एफआईआर दर्ज करवाई इसके निर्देश दिए , महाविद्यालय में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उपयुक्त कदम उठाया जाए इसके लिए भी निर्देशित किया है।
साथीयों आप जानते हैं कि इस तरह की घटनाएं हमारे जिले में ही नहीं पूरे प्रदेश भर में बढ़ती जा रही है इसलिए छात्र संगठन की ओर से हम तमाम अन्याय विरोधी मानसिकता रखने वाले प्रगतिशील लोगों से अपील करते हैं कि वह इन हालातो के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करें। हम प्रशासन को भी चेताना चाहते हैं कि यदि इन विषयों को गंभीरता से लेकर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई तो छात्र तीव्र आंदोलन को बाध्य होंगे।"
द्वारा
शुभम राव
( सचिव , कॉलेज इकाई AIDSO)
7225968648