आने वाले समय में होने वाले जलसंकट से निपटने के लिए नपाध्यक्ष प्रतिनिधि की उपस्थिति में रामपुरा जलाशय से छोड़ा गया पानी
ग्रीष्म ऋतु के पहले पार्वती नदी होगी लबालब
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
आष्टा। विगत दिनों पार्वती नदी के घाटों के निर्माण कार्य के भूमिपूजन अवसर पर जनप्रतिनिधियों के साथ नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने पार्वती नदी में संग्रहित जल की कमी को मेहसूस करते हुए नपा अधिकारियों से चर्चा की थी। उसी के परिणामस्वरूप आज नगरपालिका के तकनीकी अमले को पार्वती नदी में रामपुरा जलाशय से शीघ्र ही पानी छुड़वाने हेतु निर्देशित किया गया था। नपा अधिकारियों द्वारा कार्यालयीन प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए आज नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा द्वारा नगर आष्टा के लिए रामपुरा जलाशय में सुरक्षित संग्रहित जल को नगर की जीवन दायिनी मां पार्वती नदी में छुड़वाया गया।
नपाध्यक्ष प्रतिनिधि रायसिंह मेवाड़ा ने जानकारी देते हुए बताया कि ग्रीष्म ऋतु के पूर्व प्रतिवर्ष नगर आष्टा के लिए सुरक्षित जल को रामपुरा जलाशय से छुड़वाया जाता रहा है। इस वर्ष जलसंसाधन विभाग को नियमानुसार राशि जमा कर नगर आष्टा के नागरिकों के लिए पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था करते हुए 4.50 एमसीएम जल छुड़वाया गया है। साथ ही श्री मेवाड़ा ने जलशाखा प्रभारी उपयंत्री पी.के. साहू को निर्देश देते हुए कहा कि नगर के नागरिकों को ग्रीष्म ऋतु में पेयजल हेतु अन्यत्र भटकना नही पड़े इसके लिए पार्वती नदी में संग्रहित जल की चोरी होने से बचाया जाए। नदी से सटे ग्रामीणजनों को मुनादी के माध्यम से चेतावनी दी जाए कि नगर आष्टा के लिए संग्रहित जल से चोरी छुपे सिंचाई न करें, अगर ऐसा करते पाए जाने पर नियमानुसार कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। श्री मेवाड़ा ने यह भी कहा कि नगर की जनता के लिए सबसे महत्वपूर्ण जलस्त्रोत पार्वती नदी है, जिसमें संग्रहित जल से ही नगर के नागरिक अपने सूखे कंठ को तर करते है, वहीं घरेलू उपयोग में भी नदी के पानी का ही उपयोग करते है। पानी की शुद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। आज रामपुरा डेम से पानी छोड़ा गया है जो शीघ्र ही नदी में समाहित व संग्रहित होकर पुनः नदी जल से लबालब हो जाएगी। इस अवसर पर पार्षद सुभाष नामदेव, तेजपाल मुकाती, उपयंत्री पी.के. साहू, शिव माली, कैलाश बागवान, राकेश कुशवाह, वैभव मेवाड़ा आदि मौजूद थे।