कुलदीप तिवारी सब पर भारी नहीं होगी कार्यवाही
गौशाला पर गोवंश क्षति के नुकसान का होगा कौन जिम्मेदार
जिला पंचायत राज अधिकारी के आदेश को नहीं मानते वीडियो, एड़ियों पंचायत एवं ग्राम पंचायत सचिव
सभी प्रधान एकजुट फिर भी बच रहे ग्राम पंचायत सचिव
बिना काम करायें पैसा डकार गए कुलदीप तिवारी
गौशाला पर पत्रकारों को जाना है प्रतिबंध
उत्तर प्रदेश सरकार एवं भारत सरकार लाख दावा करें देश को भ्रष्टाचार मुक्त होगी भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों कर्मचारियों पर कार्यवाही होगी लेकिन वर्तमान में भ्रष्टाचार में लिप्त ऐसे जिम्मेदार व्यक्तियों पर कार्यवाही करना सरकार के बस की बात नहीं है क्योंकि जब सब के सब अधिकारी एक होकर लूटने में भिड़ जायेंगे तो कार्यवाही कौन करेगा।
ताज़ा मामला विकास खंड रामनगर के अंतर्गत ग्राम पंचायत सचिव कुलदीप तिवारी का है इनके विपक्ष में इनके लगभग सभी प्रधान है कि ग्राम पंचायत सचिव द्वारा ईमानदारी से काम नहीं करने दिया जा रहा है लेकिन इनके उपर कोई कार्यवाही नहीं हो रही।
अब इस ग्राम पंचायत सचिव के कुछ पुराने मामले को बता रहे जहां पर जिला पंचायत राज अधिकारी का आदेश धरा रह गया।
मामला है विकास खंड के ग्राम सभा कसदहा में संचालित गौशाला का इस गौशाला पर जब कंटीला तार लगना प्रारम्भ हुआ था तब इसकी जानकारी खंड विकास अधिकारी, सहायक विकास अधिकारी पंचायत एवं सीडीओ अम्बेडकर नगर को फोन पर दी गई सबका जबाब आया मालूम नहीं है कंटीला तार लगना चाहिए या नहीं तत्पश्चात जब इस मामले को लेकर जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की तो निस्तारण में जबाब आया जल्द ही कंटीले तारों को हटाकर नियमानुसार तार लगाई जाएगी परन्तु 6 महीने बीत जाने के बाद अभी भी तार बदला नहीं गया जबकि किसान अपने खेत में कंटीला तार नहीं लगा सकता अगर ग़लती से लगा भी दिया तो पाये जाने पर नियमानुसार कार्यवाही होगी क्योंकि गोवंश की क्षति होती है क्या गौशाला पर गोवंश की क्षति कंटीले तार पर नहीं हो सकती आखिर में कार्यवाही क्यों नहीं हुई न ही तार बदला गया यही हाल शाहपुर महमूद पुर बने मनरेगा अमृत सरोवर का है वहां भी कंटीला तार नहीं बदला गया सवाल यह उठता है अगर तार बदला जाता है तो इसकी भरपाई ग्राम पंचायत निधि से होगी या भ्रष्टाचार में लिप्त ग्राम पंचायत सचिव से रिकबरी की जायेगी।
यह तक कि कसदहा गौशाला पर पत्रकार नहीं जा सकते जब इस मामले में वीडियो और एडियो पंचायत सहायक से फोन पर वार्ता की गई तो उन्होंने कुछ भी फोन पर बताने से इन्कार कर दिया।
अब बात कर रहे इन्हीं ग्राम पंचायत सचिव के अन्य गांव भोजपुर का यहां पर तो पंचायत सचिव द्वारा जमकर लूटा गया है जहां के पंचायत भवन पर मरम्मत, खिड़की दरवाजा, टाइल्स और बिजली के नाम पर बहुत पैसा निकाला गया और थोड़ा बहुत काम हुआ है परन्तु पंचायत भवन पर न तो इंटरलाकिग हुआ है न ही बिजली की व्यवस्था है परन्तु पैसा निकल गया और इसकी जानकारी वीडियो और एडियो को है फिर भी बचा रहे आखिर क्यों।
ब्यूरो चीफ दीपक वर्मा
अम्बेडकर नगर