श्री श्री 1008 श्री गजानन जी महाराज बाबाजी के 104 वां अवतरण दिवस पर विभिन्न धार्मिक आयोजन हो रहे है।
श्रीराम लला की कथा भी हो रही है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव का भी आध्यात्म कार्य मे आगमन हो रहा है।
139 रामायण पाठ का पारायण हो रहा है।
श्रीचारूदत्त महाराज द्वारा सनातन संस्कृति को बचाने के लिए भी प्रवचन हो रहे है।
मनावर
कला, संस्कृति और साहित्य का अपना स्थान श्रीबालीपुरधाम है। यहां पर हमेशा बाबा जी के अवतरण दिवस पर अद्भुत संगम देखने को मिलता है यहां की भूमि ने दो संतो को जन्म दिया है। श्री योगेश जी महाराज एवम सुधाकर जी महाराज ।मनुष्य जीवन बाबा के अद्भुत अनंत कृपा का फल है। ईश्वर से भी मनुष्य योनी बहुत प्रिय है। मनुष्य जीवन पाकर भी मोक्ष की इच्छा संत नहीं रखते है,प्रयत्न नहीं किया जिसके भीतर धर्म है वह प्रेम हो वही मनुष्य हम मनुष्य में से प्रेम निकाल दे तो उसके कोई कीमत नहीं होती है ।धर्म जीवन का आधार है ।धर्म के बिना मनुष्य को कोई कीमत नहीं है ।सुदामा के जीवन में धर्म का आधार था तो उन्होंने भगवान द्वारकाधीश के दर्शन प्राप्त किए ।वैसे ही बाबाजी ने मां अम्बेजी को प्राप्त किया था। रामायण प्रति वर्ष एवम अखंड रामायण का पारायण करने का उद्देश्य- राम केवल एक नाम नहीं है ,जन-जन के आधार है। राम नाम पूरे जीवन में मनुष्य को तैराता है ।मृत्यु उपरांत भी राम नाम से मनुष्य को मोक्ष प्राप्त होता है ।राम का प्रत्येक घर-घर में वास होता है ।रामायण के प्रत्येक पात्र का चरित्र का सभी लोग अनुसरण करें। राम का चरित्र जीवन में धारण करें ।श्रीराम के पात्र लेकर मानव यहां तक की राक्षसों के लिए कृपा पात्र बनाया है। श्रीश्री गजानन महाराज ने जब आध्यात्म शुरू किया तब से रामायण पाठ एवम पारायण करवा रहे हैं ।आज इस परिकल्पना को लेकर बालीपुरधाम में महामंत्री सुनील शर्मा ,तेजपाल,रमेश भाई अखंड पाठ कर रहे हैं ।पंडित आनंद स्वरूप तारे ने पूजन कर रामायण पाठ प्रारंभ किया। हिंदू जन जागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक चारूदत्त पिंगले ने बताया कि गुरु की आज्ञापालन यह उनका सच्चा स्मरण है ।संध्या कर्म के विषय में जानकारी बता रहे थे। गुरु की आज्ञा क् पालन से आज्ञा चक्र का भेदन होता है। मध्य प्रदेश शासन के मुख्य मंत्री डा मोहन यादव का 24 मार्च को 11:00 बजे जन्मोत्सव के अध्यात्म कार्य में आगमन हो रहा है। कपिल सोलंकी,राधेश्याम मोलविया ,पन्नालाल गेहलोत, जगदीश पाटीदार, नवनीत पाटीदार,जितेन्द्र आदि ने अध्यात्म कार्य गुरूजी के जन्मोत्सव में सभी को उपस्थित होने के लिए कहा है। श्री राम कथा के कथा वाचक चंद्रकांत चतुर्वेदी ने बताया कि गुरु कोई व्यक्ति ङनहीं गुरु एक तत्व है।