रिपोर्ट: गोपेश साहू
पाटन। गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर, तरीघाट में श्रद्धा और उल्लास के साथ भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम में गुरु की महिमा और उनके जीवन में महत्व को रेखांकित करते हुए छात्रों को गुरु के पांच स्वरूपों—जन्मदात्री माता, धरती माता, पिता, आचार्य और आध्यात्मिक गुरु—के बारे में जानकारी दी गई।
उत्सव की शुरुआत भारत माता के चित्र और परम पवित्र भागवत ध्वज की पूजा से हुई, जिन्हें गुरु का प्रतीक मानकर श्रद्धा पूर्वक अर्चना की गई। इसके पश्चात मां सरस्वती की वंदना की गई। मुख्य अतिथियों द्वारा भगवान राम और कृष्ण के जीवन से प्रेरणादायक प्रसंगों के माध्यम से बच्चों को गुरु के प्रति श्रद्धा और अनुशासन का महत्व समझाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय समिति द्वारा आचार्य श्री को पेन और डायरी भेंट कर सम्मानित किया गया। भैया-बहनों ने आपस में शुभकामनाएं और बधाई संदेश भी साझा किए।
कार्यक्रम में विद्यालय संयोजक श्री जयराम सिन्हा, ग्राम सरपंच श्रीमती चंद्रिका साहू, समिति सदस्य श्री छगनलाल साहू, प्रधानाचार्य देवनारायण साहू, पालकगण एवं समस्त आचार्य परिवार की गरिमामयी उपस्थिति रही।