जिला आगर मालवा से
रिपोर्टर मोहम्मद आलम खान
खबर
सुसनेर में बगैर लाइसेंस के चल रहे थे 2 निजी दवाखाने, स्वास्थ्य विभाग ने दवाइयां जब्त कर बन्द करवाया
रिकार्ड तोड गर्मी में जहां इन्सान घबराहट से परेशान होकर अपना इलाज करवाने के लिए क्षेत्र में निजी चिकित्सको के यहां अपना इलाज करवा रहे हैं। लेकिन यह निम हकीम फर्जी डाक्टर साहब बनकर क्षेत्र की भोली-भाली जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। शहर के मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव बरसेना अपनी टिम लेकर शहर के फर्जी चिकित्सको के क्लीनिक पर पहुंच कर कार्यवाही करने निकले तो फर्जी डाक्टरों ने अपने अपने क्लीनिक के फटाफट शटर गिराकर रफूचक्कर हो गये। वही शहर के दो निजी चिकित्सा क्लिनिकों का आकस्मिक निरीक्षण किया और इस दौरान 2 निजी दवाखाने बगैर लाइसेंस के संचालित होने पर उनकी दवाइयां जप्त कर उन्हें बंद करवाये जाने की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई की जानकारी लगते ही नगर में संचालित हो रहे प्राइवेट चिकित्सको में हड़कंप मचा हुआ है। दोनों बिना लाइसेंस डाक्टर के क्लीनिक का निरीक्षण कर उनके दस्तावेज व उपकरण के बारे में जानकारी हासिल की। इस दौरान इन निजी चिकित्सको के पास लाइसेंस नही होने के कारण इनके पास से दवाइयां और सामना को जप्त कर इन्हें बन्द करवाया गया है। जो निजी चिकित्सा क्लिनिक बन्द करवाया गया है उसमें से एक इतवारिया बाजार क्षेत्र में तो दूसरा पिड़ावा रोड पर संचालित हो रहा क्लिनिक शामिल था। स्वास्थ्य विभाग की इस कार्रवाई में चीफ बीएमओ के साथ बीईई प्रेमनारायण यादव, बीपीएम दौलत मुजाल्दे, सुपरवाइजर भरत भावसार, डीईओ रविन्द्र नागर भी शामिल रहे।
इनका कहना
दो बगैर लाईसेंस डाक्टरों के यहां आकस्मिक निरीक्षण किया
गया। दोनों के पास लाइसेंस नहीं मिलने पर ओर दवाईयां की
जांच के बाद दोनों क्लीनिक को बन्द करने की कार्यवाही कर
क्लीनिक बन्द किए गए।
डाक्टर राजीव बरसेना मुख्य खण्ड चिकित्सा अधिकारी सविल अस्पताल सुसनेर