शहीद भगत सिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय आष्टा जिला सीहोर में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया : NN81

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शहीद भगत सिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय आष्टा जिला सीहोर में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया : NN81

30/05/2024 | May 30, 2024 Last Updated 2024-05-30T07:41:43Z
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 शहीद भगत सिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय आष्टा जिला सीहोर में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया।


रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी 





दिनांक 28 मई 2024 को शहीद भगत सिंह शासकीय स्नातक महाविद्यालय आष्टा जिला सीहोर में एक दिवसीय राष्ट्रीय वेबीनार का आयोजन किया गया। वेबीनार प्रमुख वक्ता के रूप में डॉक्टर सुनील कुमार सहायक प्राध्यापक (CIE) दिल्ली विश्वविद्यालय नई दिल्ली एवं श्री राम मूर्ति शर्मा सहायक प्राध्यापक (CIE)दिल्ली विश्वविद्यालय नई दिल्ली उपस्थित रहे। वेबीनार का विषय था शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन पद्धतियों में सुधार। वेबीनार के प्रारंभ में  महाविद्यालय की प्राचार्य डॉक्टर पुष्पलता मिश्रा ने दोनों वक्ताओं एवं वेबीनार में भाग लेने वाले समस्त प्रतिभागियों का स्वागत किया तत्पश्चात महाविद्यालय का परिचय दिया एवं वेबीनार के विषय के संबंध में विद्यार्थी जीवन में शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन के महत्व को बताया।


कार्यक्रम की संयोजक डॉ रचना श्रीवास्तव ने दोनों वक्ताओं का स्वागत करते हुए उनकी उपलब्धियां से प्रतिभागियों को परिचित कराया एवं शिक्षण अधिगम एवं मूल्यांकन के बारे में विभिन्न शिक्षाविदों द्वारा दी गई परिभाषाओं एवं महत्वपूर्ण बिंदुओं को प्रतिभागियों से साझा किया। वेबीनार के प्रथम वक्ता डॉ सुनील कुमार ने शिक्षण अधिगम प्रकिया के बारे में विस्तार से बताते हुए शिक्षण के प्रमुख दृष्टिकोण जैसे बिहेवियरल, कॉग्निटिव, कंस्ट्रक्टिविस्ट एवं सोशल कॉग्निटिव आदि के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी इसके साथ-साथ उन्होंने पेडागोजी एवं एक प्रभावी शिक्षण में क्या विशेषताएं होती हैं इसके बारे में प्रतिभागियों को विस्तार से बताया। शिक्षण एवं अधिगम का आपस में संबंद्ध बच्चों का सृजनात्मक विकास एवं ब्लूम टैक्सनॉमी के बारे में भी उन्होंने विस्तार से प्रतिभागियों को बताया वैबीनार के द्वितीय वक्त श्री राम मूर्ति शर्मा जी ने प्राचीन भारत में शिक्षा  के स्वरूप, मूल्यांकन पद्धतियों परीक्षा प्रणाली एवं आउटकम बेस्ड शिक्षा के बारे में विस्तार से बताया

उन्होंने प्रश्न पत्र निर्माण से संबंधित भी विस्तृत जानकारी प्रतिभागियों को दी एवं बताया कि प्रश्न पत्र में विभिन्न प्रकार के प्रश्नों के माध्यम से विद्यार्थियों की विभिन्न कौशलों एवं दक्षता  का कैसे मूल्यांकन किया जा सकता है वेबीनार में देश के विभिन्न राज्यों से कई प्रतिभागियों ने भाग लिया वेबीनार के अंत में डॉ दीपेश पाठक ने दोनों वक्ताओं एवं समस्त प्रतिभागियों तथा महाविद्यालय स्टाफ का आभार व्यक्त किया। वेबीनार के सफल संचालन में तकनीकी समिति के श्री जितेंद्र विश्वकर्मा, श्री सत्येंद्र सक्सेना एवं सुमित भूतिया का विशेष योगदान रहा।