शासकीय भूमि पर अतिक्रमण, पूर्व जनपद सदस्य ने सौपा ज्ञापन : NN81

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शासकीय भूमि पर अतिक्रमण, पूर्व जनपद सदस्य ने सौपा ज्ञापन : NN81

20/06/2024 | June 20, 2024 Last Updated 2024-06-20T07:02:58Z
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 ताल आलोट मध्यप्रदेश

दीपक सोनी



*शासकीय भूमि पर अतिक्रमण, पूर्व जनपद सदस्य ने सौपा ज्ञापन*


*पंचनामा और जांच पर भी कार्यवाही नहीं, प्रशासन मौन*



यूं तो आए दिन शहरो में अवैध अतिक्रमण के मामले देखे जाते हैं लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्र भी अवैध अतिक्रमण के मामले में अछूता नहीं रहा है। हर जगह दबंग और भू माफिया किसी ना किसी रूप में अपनी दबंगता प्रदर्शित कर शासन को मुंह चिढ़ाते नजर आ रहे हैं। इन्हे किसी भी तरह का खौफ नहीं रह गया है। 

इसी तरह का एक मामला आलोट तहसील के ग्राम बर्डीया राठौर में नज़र आया है। इस गांव में लगातार कई वर्षों से भू माफिया और दबंगों ने यहां की शासकीय भूमि का बहुत सारा हिस्सा अतिक्रमण किया हुआ हैं। कई बार शिकायते हुई लेकिन प्रशासन की आंखों पर शायद पट्टी बंधी हुई है।


इसी के चलते बर्डीया राठौर के  ग्रामवासियों ने पूर्व जनपद सदस्य और एडवोकेट नीलम जीतेंदसिंह सोलंकी के नेतृत्व में जनहीत में एसडीएम आलोट को तहसीलदार सोनम भगत के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत कर गांव की शासकीय भूमि जिसका सर्वे क्रमांक 145 रकबा 1390 सर्वे क्रमांक 207 रकबा 02.02 हेक्टेयर है पर अनावश्यक रूप से जानबूझकर जसपाल सिंह शंकर सिंह हेमसिंह रुघनाथ सिह नारायण सिंह बाबू सिंह और महीपालसिंह ने अवैध अतिक्रमण किया हुआ है जिसे मुक्त कराने की मांग की है। यही नहीं इस भूमि पर इन दबंगों के द्वारा किया गया अवैध अतिक्रमण का मौका मुआयना पटवारी पंचनामा भी इस अवैध अतिक्रमण की पुष्टि करता है जिसे यथा स्थिति जानबूझकर छोड़ दिया गया है और अवकाश का बहाना बनाकर इन अवैध अतिक्रमण करने वाले भू माफियाओ को प्रश्रेय दिया जा रहा है। ज्ञापन प्रस्तुत करते समय बर्डीया राठौर के अनेको ग्रामवासीयान जिनमें अन्दरलाल चौधरी, सोहनलाल चौधरी, बाबूलाल हाडा, रामचंद्र हाडा, मिश्रीलाल हाडा,कालूराम चौधरी, भेरूलाल चौधरी, लालूराम बागरी, रतनलाल, बालाराम, महावीर हाडा, जीवनलाल,  लखन, प्रहलाद, पंकज, बाबूलाल हाडा ,पन्नालाल, लोकेश, कालूराम, कनहैयालाल चौधरी, रूपलाल चौधरी,रामनाथ, बद्रीलाल हाडा, दयाराम हाडा, रमेशलाल पंवार सहित अनेको ने अपनी समस्या पूर्व जनपद सदस्य और एडवोकेट नीलम सोलंकी को अवगत कराते हुऐ तहसीलदार सोनम भगत के समक्ष ज्ञापन का वाचन उनके द्वारा किया जाकर अवैध अतिक्रमणकर्ताओ के खिलाफ कार्यवाही बाबत अपनी आवाज बुलंद करते हुए शासकीय भूमि को मुक्त कराने की मांग शासन से की है। 

अब देखना यह है कि शासन इन दबंगों के आगे नतमस्तक होता है या फिर इस भूमि को मुक्त कराने में सफल होता है?