सिकल सेल एनीमिया, विशेष आयुष्मान पखवाड़ा एवं मलेरिया रोधी माह कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन : NN81

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सिकल सेल एनीमिया, विशेष आयुष्मान पखवाड़ा एवं मलेरिया रोधी माह कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन : NN81

18/06/2024 | June 18, 2024 Last Updated 2024-06-18T11:33:33Z
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 साहिबगंज 

* जिला ब्यूरो अकाश कुमार भगत 


*दिनांक- 18.06.2024*




     सिकल सेल एनीमिया, विशेष आयुष्मान पखवाड़ा एवं मलेरिया रोधी माह कार्यक्रमों को सफल बनाने हेतु समीक्षा बैठक का आयोजन  


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उप विकास आयुक्त साहेबगंज सतीश चंद्रा की अध्यक्षता में कार्यालय प्रकोष्ठ में स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की गई। 


सर्वप्रथम उन्होंने आगामी 19 जून से 21 जून,2024 तक चलने वाली सिकल सेल एनीमिया कार्यक्रम की समीक्षा की। उन्होंने बताया कि कल से 3 दिन तक जिला के सभी प्रखण्डों में सिकल सेल एनीमिया की निःशुल्क जांच कराई जाएगी। यह जांच सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र,  आयुष्मान आरोग्य मंडल में होगी। यह जांच 0 से 40 वर्ष तक के सभी महिला- पुरुषों के लिए कराई जाएगी। 


उन्होंने बताया कि यह अभियान जिला के सभी कस्तूरबा विद्यालय, एकलव्य विद्यालय, आवासीय विद्यालय में चलाया जाएगा। कल मंडरो प्रखण्ड के आवासीय जनजातीय विद्यालय करम पहाड़ में उपायुक्त महोदय  द्वारा इस अभियान की शुरुआत की जाएगी।


उन्होंने बताया कि सिकल सेल अनुवांशिक रोग होता है। जब तक खून की जांच नहीं कराई जाए रोग का पता नहीं चलता है। परिवार का कोई सदस्य जिनकी उम्र 0 से 40 वर्ष हो सिकल से जांच अवश्य कराना चाहिए। यह जांच बहुत जरूरी है नहीं तो मरीज को अन्य शारीरिक जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है।परिवार में किसी को भी सिकल सेल एनीमिया हो तो परिवार के सभी सदस्य सिकल सेल जांच जरुर करवाना चाहिए।



 सिकल सेल के कुछ लक्षण होते हैं जैसे एनीमिया /पीलापन दिखाई देना, बार-बार संक्रमण बीमार होना, थकान बुखार एवं सूजन तथा कमजोरी महसूस करना, रोग प्रतिरोधक क्षमता घट जाना, जोड़ों के दर्द या सूजन, छाती में दर्द, सांस फूलना, पीठ/ पेट में दर्द आदि।


 उन्होंने बताया कि इस रोग में बच्चों के लिए विशेष देखभाल जरूरी होता है जैसे बच्चे को सिकल सेल एनीमिया हो तो स्कूल के प्रिंसिपल/ प्राचार्य तथा कक्षा शिक्षक को इसकी जानकारी देना चाहिए, स्कूल में शारीरिक श्रम/ व्यायाम या भारी काम न करवाने की जानकारी शिक्षक को देना चाहिए , कक्षा में पीड़ित बच्चे को बार-बार पेशाब आने पर शिक्षक शौच जाने की अनुमति दे , शिक्षक को आपातकालीन लक्षणों की जानकारी दें आदि।


उप विकास आयुक्त ने बताया कि आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना- मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के अंतर्गत विशेष आयुष्मान पखवाड़ा 15 जून से 29 जून 2024 तक मनाया जा रहा है। जिसमें जिला के गुलाबी, पीला एवं हरा राशन कार्डधारी परिवार अपना और अपने परिवार का आयुष्मान कार्ड निःशुल्क बनाया जाएगा। यह कार्ड सभी प्रज्ञा केंद्र,  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सभी प्रखण्ड कार्यालयों में निःशुल्क बनाया जाएगा। इसके लिए लाभुक को अपना राशन कार्ड और आधार कार्ड लेकर नजदीकी प्रज्ञा केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा प्रखण्ड कार्यालय में जाकर आयुष्मान कार्ड बनवा सकते है।


बैठक में जून 2024 मलेरिया रोधी जागरूकता माह के रूप में मनाने के लिए विचार विमर्श किया ।


उन्होंने बताया कि मलेरिया से बचने के लिए हमें हमेशा मच्छरदानी के अंदर सोना चाहिए, मच्छरों से बचने हेतु आसपास सफाई रखना चाहिए , पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़ा पहनना चाहिए , पानी के बर्तनों को ढक कर रखना चाहिए, बुखार होने पर तुरंत नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में जांच करना चाहिए, मलेरिया की पुष्टि होने पर चिकित्सक की सलाह के अनुसार दवा लेना चाहिए, ताजा एवं सादा भोजन करना चाहिए, तरल पदार्थ का अधिक सेवन करना चाहिए।



 इसके अतिरिक्त हमें बिना मच्छरदानी के नहीं सोना चाहिए, मलेरिया के मच्छर ठहरे हुए पानी में पनपते है इसलिए अपने आसपास जल जमाव न होने देना चाहिए, शरीर को पूरी तरह नहीं ढकने वाले कपड़ों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, घर के आसपास या छत पर ऐसी कोई बेकार वस्तु नहीं रखना चाहिए जिसमें पानी जमा होता है साथ ही छत पर पानी टंकी को खुला नहीं छोड़ना चाहिए, बुखार होने पर अनदेखा नहीं करना चाहिए , मलेरिया रोधी दवा का सेवन बीच में नहीं छोड़ना चाहिए, अपूर्ण उपचार नहीं करना चाहिए, बासी एवं अत्यधिक तेल मसाले वाले भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए।


 बैठक में सिविल सर्जन डॉक्टर अरविंद कुमार ,  डीपीएम हिना वर्णवाल,भीबीडी सलाहकार सती बाबू डाबरा उपस्थित थे।