कानपुर:यूपी के कानपुर शहर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के नजूल की 1000 करोड़ रुपये की जमीन पर कब्जाने का मामले के बाद एक और जमीन घोटाला सामने आ गया है.
कोतवाली पुलिस ने जहां कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को कुछ दिनों पहले जहां जेल भेजा था. वहीं, अब शहर के चुन्नीगंज थाना क्षेत्र स्थित मिशनरी की 300 करोड़ रुपये की जमीन पर तथाकथित पत्रकारों की ओर से कब्जा करने का आरोप लगा है. इस मामले की शिकायत कानपुर में पुलिस आयुक्त अखिल कुमार से की गई और अब उन्होंने इस दूसरे गंभीर मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी जांच अपर पुलिस आयुक्त मुख्यालय विपिन मिश्रा और डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी को सौंप दी है. शहर का यह ऐसा दूसरा मामला है, जिसकी चर्चा जोरों पर है.
इस पूरे मामले को लेकर डीसीपी सेंट्रल दिनेश त्रिपाठी ने बताया, कि खलासी लाइन स्थित 14-137 पर स्कूल एफी फैनी कंपाउंड पर धार्मिक और चैरिटेबल कंपनी लखनऊ डायोसिशन ट्रस्ट एसोसिएशन कंपनी अधिनियम- 1913 की धारा-26 के तहत पंजीकृत है. इस भूमि पर चर्च और स्कूल है. शिकायतकर्ता अनिल डेविड सन 2011 से कंपनी के निदेशक हैं, और उन्होंने दावा किया कि जमीन पर कब्जा कर प्लाट बेच दिए गए हैं. शिकायतकर्ता का आरोप है, कि जमीन को बेचने में एक तथाकथित पत्रकार शामिल हैं. जिनके गिरोह के सदस्यों ने प्लाट बेचे. वहीं, तथाकथित पत्रकार भी खुद को एक ट्रस्ट एसोसिएशन के पदाधिकारी बता रहे हैं.
कानपुर शहर में जहां-जहां नजूल की संपत्तियां हैं, वहां-वहां पर अब जिला प्रशासन के अफसरों की टीमें पहुंचकर दस्तावेज जांचेंगी. इस संबंध में डीएम राकेश सिंह ने सभी अधीनस्थ अफसरों को जांच के आदेश दे दिए हैं. अफसरों का दावा है, कि अधिकतर शहर की नजूल वाली जमीनों पर लोगों ने अवैध कब्जे किए हैं. अगर ऐसा कहीं मिलता है, तो सभी अवैध कब्जा धारकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
संवाददाता: विकास कुमार सिंह कानपुर नगर