आष्टा तहसील के ग्राम मैंना के युवा गौसेवा करने के लिए आगे आये।
बीमार गो को इलाज करवाकर समाज में अच्छा संदेश दिया।
रिपोर्ट राजीव गुप्ता आष्टा जिला सीहोर एमपी
युवाओं में एक प्रकार का जोश है गोवंश के प्रति ग्राम मैंना में विगत कई दिनों से गौ माता की सेवा करने का संकल्प लिया युवाओं ने जिसमें ग्राम मैंना कि सभी गौ माता गाय बछड़े को रोग मुक्त कराया जा रहा है गौ सेवा युवा समिति द्वारा आज एक गाय का पैर पूरी तरह से जख्मी हो गया था पैर काटने की स्थिति बन गई थी ऐसे में युवाओं ने आगे आकर गाय का उपचार करके रोग मुक्त कराया और कहा आगे भी हम ऐसे ही गौ सेवा करते रहेंगे।
हिंदू धर्म में गाय को पूजनीय स्थान प्राप्त है. ऐसी मान्यता है कि बड़े से बड़ा कष्ट भी सिर्फ गौ माता की सेवा करने से दूर हो जाता है. गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है. मान्यता है कि गाय की सेवा करने से जहां सभी देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, वहीं घर में सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य का वरदान मिलता है.
गाय का नित्य स्पर्श करना परम लाभकारी होता है। शास्त्रों के अनुसार जिस गाय की पूंछ जमीन का स्पर्श करती हो, ऐसी गाय को गुड़ और रोटी देने से सम्बंधित व्यक्ति पापों से मुक्त होता है। गाय की सेवा करने और गाय दान करने से यम का भय नही रहता। पद्मपुराण और कूर्मपुराण के अनुसार कभी भी गाय को लांघकर नहीं जाना चाहिए।
उपचार कर्ता रोशन मंडलोई ,राजेश मुकाती अरुण वर्मा, युवराज बारोड, रितेश वर्मा, निखिल चंद्रवंशी, जितेन कछवाई, आदि उपस्थित रहे।