नेपानगर विधानसभा के आदिवासी बहुल धूलकोट क्षेत्र के बोरी बुजुर्ग में शिक्षको की कमी से परेशान सीएम राइज स्कूल के बच्चों ने दिया धरना : NN81

Notification

×

Iklan

नेपानगर विधानसभा के आदिवासी बहुल धूलकोट क्षेत्र के बोरी बुजुर्ग में शिक्षको की कमी से परेशान सीएम राइज स्कूल के बच्चों ने दिया धरना : NN81

24/09/2024 | September 24, 2024 Last Updated 2024-09-24T15:01:37Z
    Share on

 लोकेशन धुलकोट (बुरहानपुर)


जिला ब्यूरो विनोद सोनराज 


*नेपानगर विधानसभा के आदिवासी बहुल धूलकोट क्षेत्र के बोरी बुजुर्ग में शिक्षको की कमी से परेशान सीएम राइज स्कूल के बच्चों ने दिया धरना*



सलग- नेपानगर विधानसभा की धूलकोट तहसील के अंतर्गत आने वाले बोरी गांव में बनी सीएम राइज स्कूल के विद्यार्थियों ने स्कूल में शिक्षको की कमी के चलते स्थानीय बस स्टेशन पर किया धरना प्रदर्शन।

नेपानगर विधानसभा की धुलकोट तहसील के बोरी गांव मे बनी सी एम राईस स्कूल के बच्चे शिक्षको की कमी के चलते अपनी पढाई नही कर पा रहे है बोरी मे बनी सी एम राईस स्कूल के बच्चे लंबे समय से स्कूल मे शिक्षको की कमी की शिकायत करते आ रहे है लेकिन जिला शिक्षा विभाग द्वारा इस ओर ध्यान नही दिया जा रहा जिसके चलते बच्चे अब सडक पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर है।सोमवार को भी स्कूल मे कक्षा 12 वी के बच्चो द्वारा क्वाटरली परिक्षा मे केमेस्ट्री के पेपर का वहिष्कार कर जमकर हंगामा किया था बच्चो ने बताया की जब से स्कूल प्रारंभ हुई तब से एक दिन भी केमेस्ट्री की पढाई नही करवाई गई जिसके कारण हम परीक्षा नही दे पर रहे है।मिली जानकारी के अनुसार स्कूल के प्रारंभ होने से अभी तक शिक्षा विभाग द्वारा यहाँ केमेस्ट्री के टीचर की नियुक्ति ही नही करवाई गई है जिसके चलते यहाँ पढने वाले बच्चो को काफी परेशानिया आ रही है।

 वही स्कूल मे पढने वाले बच्चो ने बोरी गांव के बस स्टेंड पर शिक्षको की कमी के चलते जमकर विरोध प्रदर्शन किया और मांग कि की स्कूल मे जल्द से जल्द शिक्षको की नियुक्ति की जाए।


बच्चो के विरोध प्रदर्शन के दौरान धुलकोट चौकी प्रभारी ने बच्चो को समझाईश देकर स्कूल मे वापस भिजवाया।

वही अब बच्चो ने जब तक स्कूल मे शिक्षको की नियुक्ति नही हो जाती तब तक स्कूल मे नही बैठने की बात कही है।


*यह बहुत ही शर्म की बात है क्योंकि आए दिन बुरहानपुर जिलों की सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों को ही धरना प्रदर्शन व विरोध प्रदर्शन करना पड़ रहा हैं शिक्षा के लिए शिक्षकों के लिए इस तरीके के विरोध प्रदर्शन शर्म की बात*


बाईट- स्कूली छात्र।