सत्येन्द्र तिवारी न्यूज नेशन 81 के लिए नैनपुर से
नैनपुर - समिति ने मांग की की जिन क्षेत्रों में रेल आवागमन की गति द्रुतगामी है वहाँ विकास भी स्पष्ट दिखता है। आदिवासी क्षेत्र नैनपुर में 1903 से रेलवे का जंक्शन, 1967 तक डी. आर. एम. आफिस तथा रेलवे की सैकड़ों एकड़ रिक्त भूमि होने के बाद भी सिंगल ट्रेक, पिट लाईन नहीं होने व महज गूड्स ट्रेन को प्राथमिकता के कारण नैनपुर से रेल आवागमन नगण्य सदृश्य होने से जनता हैरान, परेशान, हलाकान व विकास से वंचित है।जिला बनाओ संघर्ष समिति ने इन बातों पर रेल मंत्रालय से ध्यान देने का आग्रह किया जिसमे
पातालकोट, पेंचव्हेली, गोंडवाना, इंदौर ओवरनाइट एक्सप्रेस नैनपुर से आरंभ करें।
नैनपुर से इंदौर, नई दिल्ली, बिलासपुर, बनारस व जगन्नाथ पुरी तक ट्रेन चलायें।
नैनपुर में फ्लाई ओवर का निर्माण करवाएँ। रेल फाटक बंद रहने से बीच शहर में घंटों जाम लगने से अत्यधिक परेशानी हो रही है।
गोंदिया जबलपुर रेल लाईन का तिहरीकरण करवाएँ। सिंगल ट्रैक के कारण ट्रेनों कि संख्या बढ़ ही नहीं पा रही है।
शहडोल नागपुर एक्सप्रेस का घंसौर में स्टाप रखें।
नैनपुर रेलवे स्टेशन पर पिट लाईन का निर्माण करवाएँ। तथा
नैनपुर में रेलवे की सैकड़ों एकड़ रिक्त भूमि पर रेल कोच फैक्टरी या अन्य ऐसे उदयोग स्थापित करें जिससे इस आदिवासी क्षेत्र में रोजगार के अवसर सुलभ हो सकें।