संत रामपाल जी के अनुयायियों द्वारा सिरोंज तहसील के गांवों में आध्यात्मिक पुस्तकों का वितरण,
समाज सुधार और मानव कल्याण की दिशा में अहम पहल”
विदिशा/ बीते गुरुवार को संत रामपाल जी के अनुयायीयों द्वारा विदिशा जिले की सिरोंज तहसील के गांव उनारसी ताल, बरखेड़ा, पुरा जागीर, उमरिया आदि गांवों में आध्यात्मिक पुस्तकों का वितरण किया गया। जिसमें महिलाएं, बुजुर्ग, नौजवान तथा शिक्षित लोग मानव कल्याण के लिए 200 रुपए लागत की पुस्तक 20 रुपए में सेवा करते हुए नजर आए। अनुयायियों ने बताया कि यह पुस्तक संत रामपाल जी महाराज ने विश्व मानव कल्याण के लिए लिखी है।इसको पढ़कर और इसमें लिखे हुए प्रत्येक शब्द का अनुसरण कर तथा संत जी से नाम दीक्षा प्राप्त कर मानव का घर क्लेश,प्रेत बाधा, आर्थिक स्थिति, लड़ाई झगड़ा, कैंसर से भी ज्यादा घातक बीमारी हमेशा के लिए जड़ से खत्म हो जाती है।
साथ ही यह भी बताया कि पवित्र, ज्ञान गंगा, गीता तेरा ज्ञान अमृत, जीने कि राह यह पुस्तकें पवित्र चारों धर्मों के पवित्र धर्म ग्रंथो का निचोड़ है। इन पुस्तकों में भक्ति साधना करने की शास्त्रानुकूल विधि लिखी है। मौजूद सेवादार धर्मेंद्र दास अनिल दास ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग देश भर में प्रत्येक रविवार को होते रहते हैं। उनके प्रवचनों से स्वच्छ समाज का निर्माण हो रहा है। लोग दहेज, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, नशीले पदार्थों का सेवन करना व्याभिचार आदि जैसी कई सामाजिक बुराइयों से लोग दूर हो रहे हैं।संतजी के अनुयायी विवाह में ना तो दहेज देते हैं, और ना ही लेते हैं। बिना बाहरी आडंबर के 17 मिनट में रमैनी पाठ के द्वारा नव विवाह दंपति एक अटूट रिश्ते में बांध देते हैं। संत रामपाल जी महाराज अपने सत्संगों से दुनिया भर में शांति और भाईचारे का संदेश फैला रहे हैं और एक मजबूत तथा स्वच्छ समाज का निर्माण कर रहे हैं
__________________________
जिला गुना से गोलू सेन की रिपोर्ट