*स्लग :---श्री वाराहेश्वर नर्मदा पंचकोषी पदयात्रा का 29 वर्ष मे प्रवेश पर बाकानेर मे भक्तो द्वारा किया गया भव्य स्वागत।
साधु संतो एवं पुलिस बल द्वारा भी भव्य स्वागत किया गया।
सनातन धर्म एवं भारतीय संस्कृति के अनुरूप भक्तों द्वारा पद यात्रा की जा रही है।
मनावर धार से आशीष जौहरी की रिपोर्ट।
स्थान:-बाकानेर।
विओ:-शैल प्रवासी संप्रदाय के तत्वावधान मे ब्रह्मलीन श्री गजानन जी महाराज श्री बालीपुरधाम की गुरुदक्षिणा स्वरूप एवं ब्रह्मलीन माता रामदुलारी देवी कपिलाश्रम लोहारा की स्मृति मे एवं गुरुदेव रवीन्द्र चौरे की प्रेरणा से सनातन धर्म एवं पुरातन संस्कृति की रक्षा हेतु नर्मदा भक्तों के लिए स्थानीय समिति ग्राम -बड़ा बडदा द्वारा संचालित पंचकोषी पदयात्रा 29 वें वर्ष में ग्राम बड़ा बड़दा से कल 27 नवंबर से निकली वाराहेश्वर नर्मदा पंचक्रोशी यात्रा का पहला विश्राम श्री खेड़ापति सरकार हनुमानजी मंदिर बाकानेर में हुआ। लगभग 400 की संख्या मे पधारे पदयात्रियों का मंदिर समिति के सेवादारों ने अभूतपूर्व स्वागत किया श्रद्धापूर्वक भोजनप्रसादी की व्यवस्था की, पदयात्रा आज सुबह अपने अगले पड़ाव की ओर रवाना हुई भजन कीर्तन और मां नर्मदा के जयकारा लगाते चल रहे पदयात्रियों का बाकानेर के ग्रामीणों ने पुष्प वर्षा कर एवं फलाहारी, स्वल्पाहार देकर स्वागत किया
यात्रा के संचालक प्रभारी एवं ध्वज वाहक राजेंद्र शर्मा खलघाट ने बताया की 29 वें वर्ष में मां नर्मदा की रक्षा करना, सनातन धर्म और संस्कृति को बनाए रखना,पुरातन मंदिरों के दर्शन लाभ होते रहे,जीर्णशीर्ण मंदिरों के जीर्णोद्धार होते रहे इस उद्देश्य को लेकर यात्रा निकली जा रही है पदयात्रा का दुसरा विश्राम टवलाई महापुरा गोगावां होते हुए नर्मदा तट सुलगांव में होगा तीसरे विश्राम के लिए पदयात्रा सुलगांव से ही प्रारंभ होकर नाव द्वारा नर्मदा पार कर ब्राह्मण गांव, दवाना,लखनगांव फाटे से सेमल्दा डेब मे रात्रि विश्राम होगा चौथा विश्राम रामदुलारी देवी कपिलाश्रम लोहारा मे होगा, पांचवे और अंतिम दिवस बड़ा बडदा पहुंचकर नर्मदा जी,ओंकार जी, ध्वज पूजन,आरती,नर्मदाष्टक, शिवाष्टकआदि के पश्चात यात्रा का समापन 01 दिसम्बर 2024 को होगा।