बिना पद के किस हैसियत से अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं अभिषेकः NN81

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बिना पद के किस हैसियत से अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं अभिषेकः NN81

13/11/2024 | November 13, 2024 Last Updated 2024-11-13T10:19:14Z
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 *बिना पद के किस हैसियत से अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं अभिषेकः कुलबीर* 

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0 तपे हुए वरिष्ठों को दरकिनारे कर चाटूकारों के साथ समस्या देखने निकले अभिषेक

0 रमन-अभिषेक के आगे भाजपा संगठन पंगु

0 नांदगांव में दारू कोचियों का सरगना कौन अभिषेक सिंह नाम बताएं

 *राजनांदगांव।* 


शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि वर्तमान में कांग्रेस संगठन शहर की समस्याओं व जनता की समस्याओं के निदान के लिए 15 साल के पूर्व मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष यहां के निर्वाचित विधायक डा.रमन सिंह को जगा रही है अधूरे काम, अपूर्ण घोषणाएं और हर विषय पर जनता के लिए लापरवाही बरतने विधायक पूरे कार्यकाल में अपूर्ण घोषणाओं को जनता को होने वाली असुविधाओं को ठीक कराने का कार्य शहर कांग्रेस कर रही है। 

शहर अध्यक्ष श्री छाबड़ा ने कहा कि पूर्व सांसद अभिषेक सिंह जी वर्तमान कुछ समय से जगह-जगह जाकर समस्याओं को पूछकर अधिकारियों से बात कर लोगों को कुछ जगह आश्वासन दिया है। इससे साफ प्रतीत होता है कि निर्वाचित विधायक रमन सिंह के साथ राजनांदगांव विधानसभा में एक विधायक के साथ एक विधायक फ्री है। बड़ा आश्चर्य का विषय है कि भाजपा की सत्ता सरकार होते हुए भाजपा का संगठन पंगु हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेतागण श्री खूबचंद पारख, पूर्व श्री सांसद अशोक शर्मा, श्री मधुसूदन यादव, तथा वर्तमान सांसद श्री संतोष पांडे और बाकी शहर के भाजपा नेतागण को दरकिनार करते हुए रमन सिंह जी और उनके पुत्र पूर्व सांसद अभिषेक सिंह शहर में लोगों को आश्वासन दे रहे है और पूर्व सांसद अभिषेक सिंह के कसीदे पढ़ने के लिए विधायक प्रतिनिधि डा.रमन सिंह ने नियुक्त किया है। जबकि भाजपा संगठन अथवा वर्तमान निर्वाचित जनप्रतिनिधि को समस्याओं से रूबरू होना चाहिए किन्तु दो पूर्व सांसद राजनांदगांव जिले के एवं वर्तमान सांसद और भाजपा संगठन को खुद अभिषेक सिंह ने दरकिनार कर दिया है। यह इस बात का प्रमाण है कि पूर्व सांसद अभिषेक सिंह न तो वर्तमान में राजनांदगांव विधायक के प्रतिनिधि है न ही भाजपा संगठन ने राजनांदगांव की कोई जिम्मेदारी सौंपी है। फिर किस हैसियत से समस्याएं सुनकर अधिकारियों को निर्देशित कर रहे हैं और राजनांदगांव जिले की अन्य विधानसभा क्यों नहीं जाते। भाजपा के नेता और कार्यकर्ताओं को दरकिनार करने के लिए डा.रमन सिंह अपने पुत्र अभिषेक सिंह को आगे राजनांदगांव लोकसभा, विधानसभा से चुनाव लड़ाने की तैयारी करा रहे हैं। नगरीय निकाय में महापौर आरक्षण में भ्रष्टाचार भी हो सकता है हमारा आरोप है कि अपने मनपंसद भाजपाई को टिकिट देकर डा.रमन सिंह महापौर बनाने का ख्वाब देख रहे है, ताकि चार साल वो महापौर अभिषेक सिंह को शहर में उदघाटन, भूमिपूजन पर लेकर घूमें और उनकी महिमा मंडित करें। डा.रमन सिंह को लग रहा है कि उनकी पंसद का भाजपाई महापौर प्रत्याशी नहीं होने से अगले विधानसभा को वह भाजपा से दावेदार रहेगा जिसके कारण अभिषेक सिंह डा.रमन सिंह को खतरा हो सकता है। यह हमारा आरोप है। पूर्व सांसद अभिषेक सिंह सांसद रहते हुए अपने की हुई घोषणा पूरी नहीं कर पाएं है। अभिषेक सिंह राजनांदगांव दौरे जब से आ रहे हैं तब से दारू कोचियों की संख्या बहुत बढ़ गई है। बूढ़ासागर को छूपकर लोकार्पण करने वाले अभिषेक सिंह बूढ़ासागर सौदर्यीकरण की जांच की मांग क्यों नहीं करते। दारू कोचियों का सरगना कौन है यह अभिषेक सिंह जनता के सामने बताएं। दारू बंदी का राग अलाप वाले डा.रमन सिंह जी के निर्वाचन क्षेत्र में चरम सीमा में दारू की ब्रिकी होने के कारण डा.रमन के निर्वाचन क्षेत्र में हजारों परिवार पीड़ित व प्रताड़ित है। शहर कांग्रेस डा.रमन को जगाकर रहेगी। भले अभिषेक सिंह भाजपा नेताओं को दरकिनार करते रहें यह उनकी गुटीय राजनीति है। हमारा उद्देश्य जनता के हित में कार्य करवाना है।

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