विदिशा लोकेशन सिरोंज
संवाददाता बबलू विश्वकर्मा
के साथ बाल मुकुंद माली
*जय मां जन सेवा समिति प्याराखेडी द्वारा संविधान दिवस मनाया गया*
आज मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद से संबद्ध योजना एवं आर्थिक सांख्यिकी विभाग मध्यप्रदेश द्वारा चयनित नवांकुर संस्था जय मां जन सेवा समिति प्याराखेडी द्वारा संविधान दिवस मनाया गया सर्वप्रथम खिलन सिंह अहिरवार के द्वारा संविधान सभा के प्रारूप समिति के अध्यक्ष डां भीमराव अम्बेडकर जी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया एवं सभी नागरिकों के द्वारा संविधान दिवस के अवसर पर बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी को पुष्प अर्पित किए गये संविधान दिवस के मौके पर मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद द्वारा चयनित नवांकुर संस्था जय मां जन सेवा समिति प्याराखेडी संस्था प्रमुख देवेन्द्र विश्वकर्मा ने बताया की
इतिहास में 26 नवंबर 1949 का दिन बेहद यादगार और ऐतिहासिक था यही वह दिन था जब भारत का संविधान बनकर तैयार हुआ था भारत ने अपने संविधान को अपनाया था इसी दिन की याद में हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है भारत के इस संविधान को 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया भारत का संविधान भारत के लोकतांत्रिक धर्मनिरपेक्ष और क्षमतावादी ढांचे को परिभाषित करने वाला आधारभूत दस्तावेज है पिछले 7 दशकों में इसने राजनीतिक सामाजिक और आर्थिक परिवर्तनों के माध्यम से राष्ट्र का मार्गदर्शन किया है स्वतंत्रता समानता और बंधुत्व सुनिश्चित किया है जो भारत के शासन के मूल सिद्धांत है इन मूल्यों को हर साल संविधान दिवस के रूप में मनाया जाता है कोई भी देश बिना संविधान के नहीं चल सकता देश का शासन और सरकार कैसे चलेगी सरकार के विभिन्न अंगों के रूपरेखा कैसे होगी किस पद की नियुक्ति कैसे होगी और उसके क्या कार्य होंगे देश के नागरिकों के क्या अधिकार और कर्तव्य एवं उनकी रक्षा कैसे होगी कानून क्या होगा एक देश के चलने के लिए सही बातें संविधान में ही निहित होती है इसलिए संविधान बहुत महत्वपूर्ण दस्तावेज है 26 नवंबर को संविधान दिवस के साथ राष्ट्रीय कानून दिवस में मनाया जाता है मैं आज आधुनिक भारत का सपना देखने वाले बाबा साहब अंबेडकर समेत विधानसभा के सभी सदस्यों को संविधान निर्माता को नमन करता हूं बाबा साहब अंबेडकर की संविधान निर्माण में सबसे अहम भूमिका रही
वहीं ग्रामीण श्री राम अहिरवार ने बताया की यह संविधान ही है जो हमें एक आजाद देश का आजाद नागरिक होने की भावना का एहसास कराता है सन 2015 में भारत सरकार ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था भारत का संविधान दुनिया भर के बेहतरीन संविधानों को मिलाकर बनाया गया है और इस दुनिया का सबसे बड़ा लिखित संविधान है
इस अवसर पर बादल सिंह अहिरवार खिल्लू सिंह अहिरवार जीवन सिंह अहिरवार अभिषेक अहिरवार रामेश्वर पंथी नारायण सिंह प्रजापती शिवकांत मनमोहन रामनिवास नरेश आदी लोग उपस्थित थे